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मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी के लोगों को इस वजह से अब तक मच्छरों के दंश से नहीं मिला निजात

Muzaffarpur Smart City पांच लाख की आबादी मच्छरों के दंश से परेशान है। रात ही नहीं दिन में भी उनका प्रकोप लोगों का जीना मुहाल कर रही है। मच्छरों के बढ़ते प्रकोप को रोकने की जिम्मेवारी नगर निगम की है। लेकिन निगम के पास इसके लिए कोई योजना नहीं।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 01 Dec 2020 07:31 AM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2020 07:31 AM (IST)
मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी के लोगों को इस वजह से अब तक मच्छरों के दंश से नहीं मिला निजात
मच्छरों की संख्या घटने की बजाय लगातार बढ़ रही है। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। स्मार्ट सिटी मुजफ्फरपुर को मच्छरों से निजात नहीं मिल रहा है। यहां रहने वाली पांच लाख की आबादी मच्छरों के दंश से परेशान है। रात ही नहीं दिन में भी उनका प्रकोप लोगों का जीना मुहाल कर रही है। मच्छरों के बढ़ते प्रकोप को रोकने की जिम्मेवारी नगर निगम की है। लेकिन निगम के पास इसके लिए कोई योजना नहीं। बस दिखावे के लिए सड़कों एवं गलियों में कभी कभार फॉगिंग करा दिया जाता है। लेकिन इसका कोई लाभ शहरवासियों को नहीं मिल रहा है। निगम द्वारा नालियों में एंटी लार्वा दवा का छिड़काव किया गया बावजूद कोई लाभ नहीं मिला। मच्छरों की संख्या घटने की बजाय लगातार बढ़ रही है।

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मच्छर उन्मूलन को गंभीर नहीं है निगम प्रशासन

शहरवासियों को मच्छरों से मुक्ति दिलाने को नगर निगम के जनप्रतिनिधि हो या अधिकारी कभी गंभीर नहीं रहा। रहे भी क्यों, उनको मच्छर तो काटते नहीं। मच्छर काटे तब तो उनको जनता की पीड़ा समझा में आए। बोर्ड एवं सशक्त स्थायी समिति की बैठकों में भी इसे गंभीर समस्या समझते हुए चर्चा नहीं की। बस जब भी बात उठी दो चार दिन फॉंिगंग कराकर जिम्मेवारी निभा दी गई।

योजना बनाकर निगम चलाए अभियान

शहर को मच्छरों से निजात दिलाने में नगर निगम स्वयं सक्षम नहीं है। इसलिए जिम्मेवारी किसी बड़ी एजेंसी को दी जानी चाहिए। यह बात सामाजिक कार्यकर्ता अनिल कुमार सिन्हा ने दी। उन्होंने कहा कि मच्छरों से मुक्ति को दो-तीन माह का प्लान बनाना होगा। लगातार दवा का छिड़काव एवं फॉगिंग अभियान चलाना होगा। ओपेन नाले बंद करने होंगे। शहर की सफाई को पटरी पर लानी होगी। निगम को यह जिम्मेवारी किसी एजेंसी को सौंप देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि निगम अभियान के लिए राशि का प्रावधान करें। उन्होंने कहा कि शहरवासियों को जागरुक करने के लिए निगम हो या स्मार्ट सिटी लोगों को जागरुक करने के लिए लाखों रुपये का प्रावधान किया जा रहा है। इसी तरह मच्छरों से निजात दिलाने के लिए राशि का प्रावधान एवं एजेंसी की बहाली की जानी चाहिए। महापौर सुरेश कुमार ने कहा कि फॉगिंग एवं दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। लेकिन, इससे समस्या का हल नहीं हो पा रहा है। अभियान को लेकर वे नगर आयुक्त से बात करेंगे।


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