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बेतिया के जीएमसीएच बर्न वार्ड में एसी की कमी से कराह रहे मरीज

जिला प्रशासन के निर्देश पर सभी तरह के मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सी ब्लॉक का निर्माण कराया गया है। जब तक ए और बी ब्लाम्क पूरी तरह तैयार नहीं हो जाए तब तक यहीं इलाज की व्यवस्था की गई है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sun, 14 Nov 2021 10:25 AM (IST)Updated: Sun, 14 Nov 2021 10:25 AM (IST)
बेतिया के जीएमसीएच बर्न वार्ड में एसी की कमी से कराह रहे मरीज
गायब रहते स्वास्थ्य कर्मी, मरीज के परिजन रहते हैं बेचैन।

बेतिया, जासं। गवर्नमेंट मेडिकल अस्पताल सी ब्लॉक भवन के पांचवें मंजिल पर स्थापित बर्न वार्ड में एसी की कमी से यहां इलाज कराने आए मरीज कराह रहे हैं। जीएमसीएच का बर्न बार्ड होने के कारण यहां मरीज यह सोंच कर आते हैं कि वे पूरी तरह ठीक हो जाएंगे, लेकिन ऐसा होता नहीं है। कई बार गंभीर लापरवाही के चलते उनकी उम्मीदें टूटी नजर आती है। ऐसे बहुत कम मामले हैं, जिसमें मरीज बर्न यूनिट से ठीक होकर निकलते हो। इस यूनिट में बीते दस दिनों में दर्जन भर मरीज यहां इलाज कराने के लिए आए। इलाज में लापरवाही, समय पर डॉक्टर और दवा नहीं मिलने, एसी के नहीं रहने, मरीज व उनके परिजनों की हमेशा शिकायतें रहती हैं। जबकि जीएमसीएच में जले मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सरकारी स्तर पर कई तरह के प्रावधान किए गए हैं। लेकिन ऐसा होता नहीं है। यही वजह है कि लोग कुव्यवस्था को लेकर सरकारी अस्पताल से दूरी बना रहे हैं। हालांकि जिला प्रशासन के निर्देश पर सभी तरह के मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सी ब्लॉक का निर्माण कराया गया है। जब तक ए और बी ब्लाम्क पूरी तरह तैयार नहीं हो जाए, तब तक यहीं इलाज की व्यवस्था की गई है। इसके पांचवें तल पर 16 बेड का बर्न वार्ड है। जहां तापमान को नियंत्रित करने के लिए एसी की सुविधा नहीं है। 

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बर्न यूनिट में स्वास्थ्यकर्मी भी नदारद

अस्पताल का भवन काफी सुंदर है। लेकिन, बर्न यूनिट में स्वास्थ्य कर्मी दिखाई नहीं देते हैं। जिसके चलते वार्ड में भर्ती मरीजों की हालत गंभीर हो जाती है। अस्पताल में भर्ती मरीजों की माने तो विशेषज्ञ चिकित्सक दिन में एक बार अपने-अपने मरीजों को देखकर चले जाते हैं। इसके बाद मरीज जूनियर डॉक्टर, नर्स और वार्ड ब्वाय के भरोसे पड़े रहते हैं। लेकिन कई बार स्थिति ऐसी भी हो जाती हैं कि वार्ड में कोई भी स्वास्थ्य कर्मी दिखाई नहीं देते हैं। केवल मरीज रहते हैं और उन्हें देखने के लिए उनके स्वजन रहते है।

एसी नहीं होने से संक्रमण का ज्यादा खतरा

जानकारों के मुताबिक बर्न यूनिट का तापमान नियंत्रित करने के लिए एसी जरूरी होता हैं। क्योंकि इसमें जले हुए मरीजों को रखा जाता है, जिससे किसी प्रकार का संक्रमण न हो, लेकिन यहां की हालत इसके बिलकुल विपरीत है। यूनिट के एसी नहीं है। जिससे मरीजों में संक्रमण फैलने का डर बना रहता है। ऐसे में वार्ड में उपेक्षित पड़े मरीज तिल-तिलकर मर रहे हैं। जीएमसीएच बेतिया के उपाधीक्षक डॉ. श्रीकांत दुबे ने कहा कि गवर्नमेंट मेडिकल अस्पताल का निर्माण कार्य अभी चल रहा है। फिलहाल सी ब्लॉक भवन में मरीजों का इलाज की व्यवस्था की गई। बर्न वार्ड में एसी लगाने के लिए संबंधित विभाग को सूचित किया जाएगा।


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