गर्मी में मौसमी बीमारियों का बढ़ा प्रकोप, मरीजों से पटे अस्पताल
सर्दी-खांसी बुखार कै-दस्त व डायरिया के पीडि़त सबसे ज्यादा। 425 मरीज एसकेएमसीएच के आउटडोर में तो 250 सदर अस्पताल पहुंचे मौसमी बीमारी से पीडि़त।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। गर्मी बढऩे के साथ ही मौसमी बीमारियों का प्रकोप तेजी से बढऩे लगा है। सबसे ज्यादा मरीज सर्दी-खांसी, बुखार व डायरिया के हैं। बच्चों में बुखार, पेट दर्द के साथ-साथ कै-दस्त की शिकायत ज्यादा मिल रही है। एसकेएमसीएच, सदर अस्पताल व पीएचसी से लेकर निजी अस्पताल में मरीज भर्ती हो रहे हैं। शनिवार को एसकेएमसीएच के आउटडोर में मौसमी बीमारी के 425 तो सदर अस्पताल में 250 मरीज आए। वहीं, केजरीवाल में प्रतिदिन सौ से डेढ़ सौ मरीज आ रहे हैं।
मौसम के साथ सेहत का रखें ख्याल
एसकेएमसीएच के शिशु विभाग के डॉ. विमलेश कुमार एवं औषधि विभाग के डॉ. सतीश कुमार सिंह ने मौसम के बदले मिजाज से सेहत पर प्रभाव पडऩे की बात कही है। तेज धूप और बढ़ रहा तापमान इन बीमारियों का सबसे बड़ा कारण बन रहा है। इस मौसम में सेहत का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। शहर के युवा चिकित्सक सुनील कुमार ने बताया कि बढ़े तापमान से हर उम्र के लोग बीमार हो रहे हैं।
खानपान व लाइफ स्टाइल पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। केजरीवाल अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.राजीव कुमार व डॉ.बीएन तिवारी ने बच्चों को धूप से बचाने की सलाह दी। धूप से आने के बाद थोड़ा सुस्ता ले उसके बाद पानी का सेवन करें। अगर तेज बुखार हो तो तुरंत विशेषज्ञ चिकित्सक से मिले।
इन बातों का रखें ध्यान
- धूप में निकलने से परहेज करें। विशेष परिस्थिति में पहले पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर निकले। सिर पर टोपी या गमछा का प्रयोग करें।
- धूप से आने के बाद तुरंत स्नान करने या ठंडा पानी पीने से परहेज करें।
- बाजार में खुले में बिक रहे खाद्य व पेय पदार्थ के सेवन से परहेज करें।
- ताजा व गरम भोजन ही करें, ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं।
- कै-दस्त होने पर तुरंत नमक, चीनी व पानी का घोल या ओआरएस लें।
- बच्चों को तेज बुखार होने पर तुरंत विशेषज्ञ चिकित्सक से मिलें।
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