पंचायती राज विभाग ने जिलों से तलब की गुणवत्ता की जांच रिपोर्ट
Madhubani news पंचायती राज विभाग ने दिया था उड़नदस्ता दल से पंचायत सरकार भवनों की गुणवत्ता की जांच के लिए भौतिक निरीक्षण कराने का निर्देश ससमय जांच रिपोर्ट नहीं मिलने पर विभाग ने भेजा है स्मार पत्र
मधुबनी, जागरण संवाददाता। निर्मित एवं निर्माणाधीन पंचायत सरकार भवनों की गुणवत्ता की जांच के लिए उड़नदस्ता दल के माध्यम से भौतिक निरीक्षण कराने का निर्देश जिला प्रशासन को पंचायती राज विभाग ने दिया था। अब विभाग ने पंचायत सरकार भवनों की उड़नदस्ता दल के माध्यम से कराई गई गुणवत्ता संबंधी रिपोर्ट तलब किया है। इस संबंध में पंचायती राज विभाग के निदेशक चन्द्रशेखर सिंह ने जिला पदाधिकारी को पत्र जारी किया है। जिसमें उल्लेख है कि विभाग ने उड़नदस्ता दल गठित कर ग्राम पंचायतों के माध्यम से निर्मित एवं निर्माणाधीन सभी पंचायत सरकार भवनों का भौतिक निरीक्षण कर गुणवत्ता की जांच कर जांच रिपोर्ट 30 नवंबर तक उपलब्ध कराने को कहा गया था।
लेकिन, नवादा जिले को छोड़कर किसी भी जिले से जांच रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुआ है। पत्र में यह भी कहा गया है कि ग्राम पंचायत के माध्यम से पंचायत सरकार भवन निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है, जिसका उपयोग बाढ़ एवं अन्य आपदाओं में भी किया जाना है। यह एक बहुउद्देश्यीय भवन है। जिस कारण इसके निर्माण के दौरान गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। ताकि,निर्माण कार्य विभागीय प्रावधानों के अनुकूल हो सके। पंचायत सरकार भवन के स्वीकृत्यादेश में एवं समय-समय पर निर्गत अन्य विभागीय पत्रों में पंचायत सरकार भवन के निर्माण से संबंधित प्रक्रिया स्पष्ट रुप से निर्धारित किया गया है। जिसका उल्लंघन किसी भी स्तर पर नहीं होना चाहिए। इसके लिए जिलास्तर पर कड़े एवं लगातार निगरानी करने की व्यवस्था की जानी चाहिए।
पंचायती राज विभाग ने डीएम से अनुरोध किया था कि जिलास्तर पर उड़नदस्ता दल गठित कर ग्राम पंचायतों के माध्यम से निर्मित एवं निर्माणाधीन सभी पंचायत सरकार भवनों का भौतिक निरीक्षण कराकर गुणवत्ता की जांच 24 से 26 नवंबर तक करा ली जाए। उड़नदस्ता दल में अन्य विभागों के अभियंता एवं जिला के वरीय प्रशासनिक पदाधिकारी को शामिल करने का अनुरोध किया गया था। उड़नदस्ता टीम से प्राप्त जांच रिपोर्ट 30 नवंबर तक उचित कार्रवाई के लिएविभाग को निर्धारित फार्मेट में उपलब्ध कराने को भी कहा गया था। लेकिन, ससमय जांच रिपोर्ट नहीं मिलने पर विभाग ने स्मारित किया है।