Madhubani: धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य 1.05 लाख एमटी, उपलब्धि महज 18 हजार मीट्रिक टन
Madhubani News जिले के 270 पैक्स एवं छह व्यापार मंडल धान अधिप्राप्ति कार्य में संलग्न। धान अधिप्राप्ति की कच्छप गति से लक्ष्य प्राप्त करना हो रहा मुश्किल। धान अधिप्राप्ति के एवज में 3214 किसानों को किया गया 21 करोड़ से भी अधिक भुगतान।
मधुबनी, जासं। जिला प्रशासन की काफी कवायद के बाद भी धान अधिप्राप्ति की गति में अपेक्षित तेजी नहीं आ रही है। जिससे जिले को निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करना मुश्किल हो गया है। जिले को धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य 1.05 लाख मीट्रिक टन का सौंपा गया है। लेकिन इस लक्ष्य के विरुद्ध 11 जनवरी तक महज 18,324.453 मीट्रिक टन ही धान की खरीद पैक्सों एवं व्यापार मंडलों के द्वारा की जा सकी है। धान अधिप्राप्ति की निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध अब तक महज 17.45 प्रतिशत उपलब्धि ही जिले को प्राप्त हुआ है। जिले में प्रखंडों की संख्या-21, पैक्सों की संख्या-399 एवं व्यापार मंडलों की संख्या-21 है।
धान अधिप्राप्ति कार्य में जिले के 399 पैक्सों में से 270 पैक्स एवं 21 व्यापार मंडलों में से छह व्यापार मंडल ही संलग्न है। धान बेचने के लिए ग्यारह जनवरी तक 10,566 किसानों ने निबंधन कराया था। इसमें 6,177 रैयत किसान एवं 4,389 गैर-रैयत कियान शामिल है। पैक्सों के माध्यम से धान बेचने के लिए 10,231 किसानों ने आवेदन किया है। जबकि व्यापारमंडलों के माध्यम से धान बेचने के लिए 335 किसानों ने आवेदन किया है। आवेदन करने वाले किसानों में से 10,223 किसानों का सत्यापन कर लिया गया है। सत्यापन के दौरान अपात्र पाए जाने पर 17 किसानों का आवेदन अस्वीकृत भी किया गया है।
सत्यापन के लिए 343 किसानों का आवेदन लंबित है। धानअधिप्राप्ति के एवज में 3,214 किसानों को 21 करोड़ 74 हजार 652 रुपये 78 पैसे का भुगतान किया जा चुका है। अधिप्राप्ति किए गए धान के समतुल्य12,277. 38 मीट्रिक टन सीएमआर की मात्रा है। एसएफसी को 108 मीट्रिक टन सीएमआर की आपूर्ति कर दी गई है। मिलों से संबद्ध किए गए पैक्सों एवंव्यापार मंडलों की कुल संख्या-209 है। बहरहाल धान अधिप्राप्ति की सुस्त रफ्तार से निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करना असंभव प्रतीत हो रहा है। हालांकि जिला धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य प्राप्त कर पाता है कि नहीं यह तो धान अधिप्राप्ति की निर्धारित समय सीमा बीतने के बाद ही पता चल पाएगा।