शराब फैक्ट्री के पीछे पारू थानेदार की भूमिका की जांच के आदेश
आइजी ने लिया संज्ञान एसएसपी से मांगी जांच रिपोर्ट। चौकीदार की सूचना के बावजूद पुलिस ने क्यों नहीं की छापेमारी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पारू थाना क्षेत्र में लंबे समय से चल रही शराब फैक्ट्री के पीछे पारू थानेदार की भूमिका संदेह के घेरे में है। दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर पर जोनल आइजी नैयर हसनैन खान ने संज्ञान लेते हुए एसएसपी से जांच रिपोर्ट तलब की है। चौकीदार ने पखवारेभर पूर्व शराब फैक्ट्री की सूचना थानेदार को दी थी लेकिन इसके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई। जानकारी के अुनसार रिपोर्ट के बाद पारू थानेदार पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
बता दें कि पारू के दियारा इलाके में विशेष पुलिस टीम ने छापेमारी कर शराब फैक्ट्री का उद्भदेन कर हजारों लीटर शराब जब्त की। लेकिन पारू पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। छापेमारी के बाद पारू थाना की पुलिस को बुलाया गया। इन सभी कारणों से पारू थानेदार की भूमिका सवालों के घेरे में है।
पश्चिमी क्षेत्र शराब माफिया के लिए सेफ जोन
शराब माफिया के लिए पश्चिमी क्षेत्र पूरी तरह से सेफ जोन बन गया है। दियारा इलाके में कई धंधेबाज सक्रिय हैं। शराब माफिया से मिलीभगत का हाल यह रहा है कि मोतीपुर थाने में जब्त शराब भी थानेदार ने सेल कर दी। जिले के वरीय अधिकारी इस बात से अंजान बने रहे। लेकिन जब मद्य निषेध की टीम पटना से पहुंची तो छापेमारी कर मोतीपुर थाने से जब्त शराब की बिक्री का पर्दाफाश किया।
मामले में मोतीपुर के तत्कालीन थानेदार कुमार अमिताभ व जमादार अमरीका प्रसाद पर मुकदमा दर्ज किया गया। दोनों को निलंबित किया गया है। लेकिन अब तक दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।