बिहार विधानसभा चुनाव में दहशत फैलाने को मिला था हथियारों का ऑर्डर, बदमाशों ने पुलिस से कहीं चौंकाने वाली बातें
वैशाली के चपैठ गांव की अवैध आम्र्स फैक्ट्री के आरोपितों से पुलिस को मिली जानकारी। अगस्त तक ऑर्डर पूरा करने को लेकर तेजी से किया जा रहा था निर्माण।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बिहार में विधानसभा चुनाव का काउंट डाउन चल रहा है। इसे लेकर निर्वाचन आयोग ने भी अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। मंगलवार को नए आदेश में दागियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है, लेकिन बदमाशों को इससे कोई मतलब नहीं है। उसकी अपनी तैयारी शुरू है। ऐसे ही एक मामले का खुलासा हुआ है। वैशाली में अवैध आर्म्स फैक्ट्री मामले में गिरफ्तार बदमाशों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। बदमाशों ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में दहशत फैलाने को लेकर बड़े पैमाने पर हथियारों का ऑर्डर मिला था। इस ऑर्डर को अगस्त तक पूरा करना था। इस कारण तेजी से हथियारों को तैयार किया जा रहा था।
खंगाला जा रहा मुंगेर कनेक्शन
बिहार के वैशाली स्थित कटहरा के चपैठ गांव में अवैध आर्म्स फैक्ट्री मामले में सात धंधेबाजों से पुलिस पूछताछ कर रही है। इसी पूछताछ में ये चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। पुलिस खरौनाडीह गांव में विपिन चौधरी के घर में चलाई जा रही कारतूस व आर्म्स फैक्ट्री से इसके तार जोड़कर जांच कर रही है। मुंगेर से इस फैक्ट्री के कनेक्शन व अंतरराष्ट्रीय आर्म्स तस्कर सनोज यादव से भी जुड़ाव के बिंदु पर छानबीन की जा रही है। खरौनाडीह वाले मामले में उसे आरोपित बनाया गया है। सिटी एसपी नीरज कुमार सिंह ने बताया कि चुनाव में गड़बड़ी फैलाने को लेकर आर्म्स बनाए जा रहे थे। इसकी जांच जारी है।
कई सालों से चल रही थी फैक्ट्री
सातों आरोपितों से कई घंटों की पूछताछ में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। बताया जाता है कि यह फैक्ट्री कई सालों से चल रही थी। बड़ी संख्या में यहां से हथियारों की सप्लाई की जा चुकी है। पुलिस कच्चा माल के मुख्य आपूॢतकर्ता की भी तलाश कर रही है। गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में पुलिस की विशेष टीम ने मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और वैशाली के कई थाना क्षेत्रों में छापेमारी की है।
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