Move to Jagran APP

बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाने के लिए जुड़ रहे कई शिक्षाविद

बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाने के लिए कई शिक्षाविद जुड़ रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Jun 2021 02:41 AM (IST)Updated: Fri, 04 Jun 2021 02:41 AM (IST)
बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाने के लिए जुड़ रहे कई शिक्षाविद
बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाने के लिए जुड़ रहे कई शिक्षाविद

मुजफ्फरपुर : बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाने के लिए कई शिक्षाविद जुड़ रहे हैं। टीचर्स ऑफ बिहार कार्यक्रम में फेसबुक पेज पर तिलका मांझी विश्वविद्यालय भागलपुर के डीन शिक्षा संकाय सह प्राचार्य शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय भागलपुर डॉ. राकेश कुमार शनिवार से क्लास ले रहे हैं। वे वैदिक गणित की ऑनलाइन क्लास से सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं।

loksabha election banner

टीचर्स ऑफ बिहार कार्यक्रम के को-ऑर्डिनेटर शिक्षक केशव कुमार ने बताया कि बच्चे इसे जबरदस्त फॉलो कर रहे हैं। पढ़ाने के शौकीन विद्वान खुद जुड़कर बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं ताकि लॉकडाउन में उनकी पढ़ाई पूरी हो सके और भविष्य सुधर सके।

किलकारी बाल भवन पटना की कंप्यूटर ट्रेनर अनुभवी सिन्हा टीचर्स ऑफ बिहार के फेसबुक पेज पर प्रत्येक सोमवार को शिक्षा दे रही हैं। वह सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आइसीटी) की ऑनलाइन क्लास लेती हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण से गृह विभाग (विशेष शाखा) द्वारा वर्तमान में जारी दिशानिर्देश के आलोक में चौथे चरण के लॉकडाउन में भी बच्चों के स्वास्थ्य हित को ध्यान में रखते हुए सभी शिक्षण संस्थानों को आठ जून तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है। इस परिस्थित में टीचर्स ऑफ बिहार कार्यक्रम बच्चों की पढ़ाई का संजीवनी बन गया है। बिहार के विभिन्न जिलों के 50 से भी अधिक कुशल व अपने विषय के दक्ष शिक्षकों के सहयोग से दो ग्रुपों में शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित कैच अप कोर्स आधारित ऑनलाइन शिक्षण की व्यवस्था फाउंडर शिव कुमार ने की है। छोटी उम्र के बच्चे भी सूत्रों की सहायता से प्रश्नों को कम समय में हल कर उत्तर बता रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.