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Lalit Narayan Mithila Unviersity: अब अतिथि शिक्षकों के पिछले कार्यों के मूल्यांकन के आधार पर ही होगा सेवा नवीनीकरण

मिथिला विश्वविद्यालय और इसके अधीन सभी अंगीभूत कॉलेजों में नियुक्त अतिथि शिक्षकों को कमेटी के सामने दिखाना होगा परफॉरमेंस। मिथिला विश्वविद्यालय के अधीन सभी गेस्ट फैकेल्टी जिनके कार्यकाल के 11 माह हो गए हैं पूरे उन्हें परफॉरमेंस का देना होगा विवरण।

By Murari KumarEdited By: Published: Thu, 03 Jun 2021 05:18 PM (IST)Updated: Thu, 03 Jun 2021 05:18 PM (IST)
Lalit Narayan Mithila Unviersity: अब अतिथि शिक्षकों के पिछले कार्यों के मूल्यांकन के आधार पर ही होगा सेवा नवीनीकरण
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की तस्वीर ।

दरभंगा [प्रिंस कुमार]। बिहार के सभी विश्वविद्यालय समेत ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय व इसके अधीन सभी अंगीभूत एवं संबद्ध कॉलेजों में रिक्त सीटों के विरुद्ध नए अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। विवि और इसके अधीन कॉलेजों में कार्यरत वैसे अतिथि शिक्षक जिनका कार्यकाल का 11 माह पूरा हो चुका है उनके सेवा नवीनीकरण नियमावली में संशोधन किया गया है। पूर्व में बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने राज्य के विश्वविद्यालयों, अंगीभूत कॉलेजों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी की है साथ ही साथ उनकी नियुक्ति के लिए गठित होने वाली चयन समिति की संरचना में संशोधन और उनकी नियुक्ति संबंधी सेवा शर्त में संशोधन किया है। अब अतिथि शिक्षकों के सेवा नवीनीकरण नियमावली में संशोधन के बाद ललित नारायण मिथिला विवि और इसके अधीन कॉलेजों में सेवा दे रहे लगभग पांच सौ अतिथि शिक्षकों को अपने परफॉरमेंस का पूरा ब्योरा विवि द्वारा गठित कमेटी के सामने रखना होगा। साथ ही कई चरणों को पूरा करने के बाद ही अब संबंधित विभागों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों का सेवा नवीनीकरण हो पाएगा। शिक्षकों को साक्षात्कार से भी गुजरना पड़ सकता है।

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सेवा नवीनीकरण के लिए ऐसी होगी कमेटी

प्राप्त जानकारी के मुताबिक अतिथि शिक्षकों का सेवा नवीनीकरण विश्वविद्यालय द्वारा गठित कमेटी करेगी । कमेटी में विश्वविद्यालय के कुलपति अध्यक्ष होंगे। एक सदस्य कुलपति द्वारा नामित और संबंधित विषय के विशेषज्ञ होंगे। दूसरे सदस्य होंगे संबंधित संकाय के संकायाध्यक्ष, तीसरे सदस्य संबंधित विभाग के विभागाध्यक्ष होंगे जबकि चौथे सदस्य में अनुसूचित जाति, जनजाति, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, महिला , दिव्यांग श्रेणी से कोई एक प्रमुख हो सकते हैं। पूर्व में कॉलेजों के प्राचार्य और विभागाध्यक्ष के द्वारा अतिथि शिक्षकों के सेवा नवीनीकरण कार्य कर लिए जाते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकेगा। बता दें कि यूजीसी द्वारा 28 जनवरी 2019 के पत्र में विश्वविद्यालयों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी करते हुए उसे प्रति लेक्चर 1500 रुपए और प्रतिमाह अधिकतम 50 हजार रुपए निर्धारित किया है।

अतिथि शिक्षकों के सेवा नवीनीकरण और रिक्त शिक्षकों की सूची आज तक ही करना है जमा

ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में नए अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति समेत पुराने अतिथि शिक्षक जिन्होंने 11 माह कार्यकाल पूरे कर लिए हैं, उनकी सेवा भी नए नियम के तहत नवीकृत करने का फैसला लिया गया है। मिथिला विश्वविद्यालय के अधीन सभी स्नातकोत्तर विभाग और सभी अंगीभूत एवं संबद्ध कॉलेजों से चार जून 2021 तक शिक्षकों के रिक्त पदों और पुराने अतिथि शिक्षकों की सूची मांगी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक विश्वविद्यालय द्वारा जारी निर्देश के आलोक में कई कॉलेजों व विवि स्नातकोत्तर विभाग के विभागाध्यक्ष और प्राचार्यों ने खाली पदों और पुराने अतिथि शिक्षकों की सूची जारी भेज दी है। वहीं दर्जनों कॉलेजों में 11 माह पूरी करने वाले अतिथि शिक्षकों की सूची और शिक्षकों के खाली पदों की सूची तैयार की जा रही है।

सभी विश्वविद्यालयों को जारी किया गया निर्देश

सूबे के सभी विवि को कुलाधिपति कार्यालय से निर्देश जारी किया गया है। कि अब अतिथि शिक्षकों के लिए नए प्रावधान के तहत नियुक्ति होगी। साथ ही नए अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति नए नियमों के तहत की जाएगी। पहले से नियुक्त अतिथि शिक्षकों की अगर 11 माह की सेवा पूरी होगी है तो उनके कार्य निष्पादन का मूल्यांकन कर उस आधार पर उनकी सेवा नवीकृत करने पर निर्णय लिया जाएगा। कुलाधिपति कार्यालय ने विश्वविद्यालयों से उनके अतिथि शिक्षकों की रिक्तियों की सूची तैयार कर 10 जून तक भेजने की मांग की है। जिस कारण खली विषयों के स्थाई शिक्षकों के रूप में इनकी नियुक्ति की जा सके।

इस संबंध में लनामिवि दरभंगा के कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद ने कहा कि विश्वविद्यालय के अधीन सभी स्नातकोत्तर समेत सभी कॉलेजों में नियुक्त अतिथि शिक्षक जिनकी सेवा का 11 माह पूरा हो गया है। उन्हें नए नियुक्ति नियम के तहत सेवा नवीकृत किया जाएगा। साथ ही विवि स्नातकोत्तर समेत सभी कॉलेजों के प्राचार्यों से शिक्षकों के खाली पदों की सूची मांगी गई है। जून माह में ही नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।


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