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सूबे के बीएड कालेजों में 37 हजार 169 सीटों पर नामांकन

चार राउंड के नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद राज्य के 342 बीएड महाविद्यालयों व संस्थानों की 37350 सीटों के विरुद्ध 37169 सीटों पर नामांकन हुआ। यह पहली बार हुआ कि राज्य के 14 विवि में से 10 के महाविद्यालयों व संस्थानों की सीटों पर नामांकन शत-प्रतिशत हुआ।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sat, 20 Nov 2021 10:25 AM (IST)Updated: Sat, 20 Nov 2021 10:25 AM (IST)
सूबे के बीएड कालेजों में 37 हजार 169 सीटों पर नामांकन
दो वर्षीय बीएड एवं शिक्षा शास्त्री के सत्र 2021-2023 में शत-प्रतिशत हुआ नामांकन।

दरभंगा, जासं। सीइटी-बीएड 2021 के लिए नामित नोडल विश्वविद्यालय ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा की ओर से दो वर्षीय बीएड एवं शिक्षा शास्त्री के सत्र 2021-2023 में नामांकन के लिए काउंसिलिंग की प्रक्रिया समाप्त हो गई। चार राउंड के नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद राज्य के 342 बीएड महाविद्यालयों व संस्थानों की 37350 सीटों के विरुद्ध 37169 सीटों पर नामांकन हुआ। यह पहली बार हुआ कि राज्य के 14 विवि में से 10 के महाविद्यालयों व संस्थानों की सीटों पर नामांकन शत-प्रतिशत हुआ। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह गर्व की बात है। उन्होंने राज्यपाल के प्रति आभार जताया। राज्य नोडल पदाधिकारी प्रो. अशोक कुमार मेहता व उनकी टीम को भी बधाई दी। 

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समावेशी विकास से नारियों की सर्वांगीण उन्नति संभव

मुजफ्फरपुर : रामेश्वर ङ्क्षसह महाविद्यालय की ओर से शुक्रवार को समावेशी विकास के लिए नारी सशक्तिकरण विषय पर वेबिनार हुआ। शुरुआत संस्कृत-विभागाध्यक्ष प्रो. व्यास नन्दन शास्त्री के वैदिक मंगलाचरण से हुई। कालेज के प्राचार्य प्रो.अभय कुमार ने कहा कि आज की नारी हर क्षेत्र में अपने विकास का परचम लहरा रही हैं। आज के परिवेश में संगोष्ठी का विषय अत्यन्त प्रासंगिक है। मुख्य अतिथि कार्यक्रम के संरक्षक और विवि के कुलपति प्रो.हनुमान प्रसाद पांडेय ने कहा कि समावेशी विकास से नारियों की सर्वांगीण उन्नति संभव होगी। उन्हें हर प्रकार से अवसर देने की आवश्यकता है ताकि वह जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकें।

विवि के प्रति कुलपति प्रो.रवीन्द्र कुमार ने कहा कि समावेशी विकास के सम्यक परिपालन से ही महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय की पूर्व सीसीडीसी डा.तनुजा ने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रहीं अनेक सशुल्क और निशुल्क योजनाओं की जानकारी देने की आवश्यकता है। डा.मोना तब्बसुम ने कहा कि महिलाओं को हर समस्या के समाधान को स्वयं सशक्त होना होगा। रूबन कैंसर सेंटर पटना की डा.निहारिका राय, कान्टम यूनिवर्सिटी रूड़की देहरादून की डा.नाजनीन, डा.रवीन्द्र कुमार वर्मा, डा.आलोक प्रताप ङ्क्षसह, डा.शारदानन्द सहनी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। संचालन आइक्यूएसी की समन्वयक डा.महजबीन परवीन और धन्यवाद ज्ञापन डा.रजनी रंजन ने किया। जंतु विज्ञान के डा.धीरज कुमार ने तकनीकी सहयोग दिया।  


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