India Nepal Tension : नेपाली पुलिस की बर्बरता, दो युवकों को पीटकर किया अधमरा, सीमा पर तनाव
India Nepal Tension नो मैंस लैंड के रास्ते मिट्टी के बर्तन बेचने बाजार जा रहे युवक को बेरहमी से पीटा। मां-बेटी का आरोप बदले की भावना से किया ये हाल।
सीतामढ़ी, जेएनएन। नेपाली पुलिस का एक और बर्बर चेहरा सामने आया है। मंगलवार को नो मैंस लैंड पर एपीएफ ने फिर दो युवकों की बर्बरता से पिटाई की। जिससे उसकी स्थिति काफी खराब हो गई। बर्तन बेचने जा रहे उस युवक के बर्तन तोड़ डाले। उसका मोबाइल भी छीन लिया। युवक की पिटाई के समय उसकी मां व बहन भी मौके पर मौजूद थीं। तीनों साप्ताहिक हाट में बर्तन बेचने जा रहे थे। अभी इस घटना के कुछ वक्त ही गुजरे थे कि एक और युवक की पुलिस ने पिटाई कर दी। एक ही दिन दो घटनाएं होने से सीम पर तनाव है। हालांकि एसएसबी और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे।
सीतामढ़ी सदर अस्पताल रेफर
बसतपुर गांव का रहने वाला महेश पंडित एपीएफ की पिटाई से मरणासन्न है। उसको तत्काल सोनबरसा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर देखकर सीतामढ़ी सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है। एपीएफ के इस दुस्साहस की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के साथ सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 51वीं बटालियान के कंपनी कमांडर भोलानाथ यादव, बीडीओ ओमप्रकाश, थानाध्यक्ष राकेश कुमार, एएसआइ संजय कुमार पहुंचे। स्थिति की जानकारी ली। गौरतलब है कि 12 जून को एपीएफ की फायरिंग में इसी इलाके में एक शख्स की मौत हो गई थी, जबकि चार लोग घायल भी हुए थे। सोनबरसा थाना क्षेत्र की पिपरा परसाइन पंचायत में लालबन्दी स्थित जानकी नगर बॉर्डर पर ये घटना हुई थी। .
बदले की भावना से किया ऐसा
जानकारी के अनुसार, महेश कुमार पंडित का पुत्र महेश कुमार पंडित मंगलवार की दोपहर टोकरी में मिट्टी के बर्तन लेकर सोनबरसा बाजार बेचने जा रहा था। युवक के साथ उसकी मां और बहन भी मौजूद थी। लालबंदी और बसतपुर पुल के समीप एपीएफ के जवानों ने उसको उस रास्ते जाते हुए देखकर रोका। टोकरी को पटक दिया और महेश को डंडे से बुरी तरह पीटा। महेश मौके पर ही बेहोश हो गया। उसके बाद टोकरी में रखे मिट्टी के बर्तन को पटककर फोड़ दिया। महेश का मोबाइल छीनकर पानी में फेंक डाला। एपीएफ के जवान उसको नो मेंस लैंड पर होने के आरोप में पिटाई करने लगे। जबकि, युवक की मां व बहन ने बताया कि इसी रास्ते सोनबरसा साप्ताहिक हाट बाजार में वे लोग आया जाया करते हैं। एपीएफ वालों ने बदले की भावना से ये हाल किया। उसी रास्ते बाजार जा रहे लोगों ने उसको पीटता हुआ देखकर गांव में खबर दी। गांव वालों के साथ बॉर्डर पर तैनात एसएसबी के जवान भी दौड़े और महेश को लादकर तुरंत बसतपुर गांव के एक निजी हॉस्पीटल में ले जाया गया। उसके बाद उसको पीएचसी और फिर सीतामढ़ी सदर अस्पताल भेजा गया।
इस बारे में सोनबरसा एसएसबी कैंप इंचार्ज भोलानाथ यादव ने कहा कि घटना से वरीय अधिकारी को अवगत कराया गया है। सीमा पर युवक ने पिटाई की बात कही है। नेपाली अधिकारी से बात हुई। सकारात्मक जवाब सामने आया है। बताया गया है कि सीमा पर स्थानीय भाषा समझने वाले जवानों को रखा जाएगा।