प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली में लापरवाही, निशाने पर आधा दर्जन कर संग्रहकर्ता
नगर निगम कर शाखा की जिम्मेवारी मिलते ही अपर नगर आयुक्त विशाल आनंद एक्शन मोड में आ गए हैं।
मुजफ्फरपुर। नगर निगम कर शाखा की जिम्मेवारी मिलते ही अपर नगर आयुक्त विशाल आनंद एक्शन मोड में आ गए हैं। बुधवार को उन्होंने निगम सभागार में संपत्ति कर की वसूली एवं कर शाखा की कार्यप्रणाली को लेकर समीक्षा बैठक की। चालीस प्रतिशत से कम वसूली करने वाले आधा दर्जन कर संगहकर्ताओं से जवाब तलब किया। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर विभागीय कार्यवाही की चेतावनी दी। कहा कि सर्वश्रेष्ठ वसूली करने वाल तीन तहसीलदारों को सम्मानित किया जाएगा। वसूली में लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने नए मकानों को कर के दायरे में लाने, विस्तारित भवनों का कर निर्धारित करने का निर्देश दिया। कहा कि नामांतरण एवं कर निर्धारित के लिए समय सीमा तय की जाएगी ताकि लोगों को अनावश्यक दौड़ नहीं लगानी पड़े। कई आवेदकों द्वारा मांगे गए दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण मामला लंबे समय से पड़ा हुआ है। ऐसे आवेदक दस्तावेज जमा नहीं करते तो उनका आवेदन रद कर दिया जाएगा। कई आवेदकों के दस्तावेज जांच के लिए मुशहरी अंचल कार्यालय भेजे गए हैं जो लंबित है। अपर नगर आयुक्त ने अंचलाधिकारी से मोबाइल पर बात कर लंबित जांच प्रतिवेदनों का निष्पादन शीघ्र करने कहा। बैठक में अपर नगर आयुक्त के अलावा निगम के सभी टैक्स दारोगा, कर शाखा प्रभारी एवं वसूलीकर्ताओं ने भाग लिया।
बिना लेआउट का नाला बने तो लगाएं भुगतान पर रोक : विधायक विजेंद्र चौधरी ने कहा है कि बिना ले आउट के बने नाले जलजमाव का कारण बनते हैं। इस पर अंकुश लगना चाहिए। बिना ले आउट नाला बनाने वाले संवेदकों के भुगतान पर रोक लगे। यह बातें विधायक ने महापौर सुरेश कुमार, जिला पदाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह एवं डूडा के कार्यपालक अभियंता एवं नगर आयुक्त को पत्र लिखकर कहा है। अपने पत्र में कहा है कि नगर निगम एवं बुडको द्वारा शहर में नालियों का निर्माण कराया जा रहा है जिसका ले आउट नहीं होने के कारण जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। कहा कि नाला पर बनाया जा रहा स्लैब काफी मोटा एवं लंबे अंतराल पर बनाया जा रहा है। इससे सफाई बाधित होती है। उन्होंने सहीं ले आउट होने पर ही नाला का निर्माण हो।