Bihar Crime News : वर्षों से फरार नक्सली जोनल कमांडर राम बाबू सहनी शिवहर में गिरफ्तार
पटना से आई एसटीएफ की टीम ने शिवहर जिले के मलिकाना गांव में छापेमारी कर वर्षों से फरार नक्सली जोनल कमांडर राम बाबू सहनी को गिरफ्तार कर लिया। नक्सली राम बाबू सहनी की गिरफ्तारी को एसटीएफ की एक बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है।
शिवहर, जागरण संवाददाता। पटना से आई एसटीएफ की टीम ने शनिवार की शाम तरियानी थानाध्यक्ष शोभाकांत पासवान के सहयोग से औरा मलिकाना गांव में छापेमारी कर वर्षों से फरार नक्सली जोनल कमांडर राम बाबू सहनी को गिरफ्तार कर लिया। नक्सली राम बाबू सहनी की गिरफ्तारी को एसटीएफ की एक बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है। बीते कई सालोंं से सुरक्षा एजेंसियों को उसकी तलाश थी। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है।
घर से दबोचा गया नक्सली रामबाबू सहनी को :
एसटीएफ और तरियानी थाने की पुलिस ने शनिवार की शाम राम बाबू सहनी को उसके घर से दबोच लिया। एसटीएफ की टीम राम बाबू सहनी को लेकर पटना रवाना हो गई। इसकी पुष्टि तरियानी थानाध्यक्ष शोभाकांत पासवान ने की है।
दर्जनों नक्सली वारदातों में शामिल था रामबाबू :
बताते चलें कि राम बाबू सहनी सीतामढ़ी, शिवहर व पूर्वर चंपारण जिले में दर्जनों नक्सली वारदातों में शामिल था। वर्ष 2008 में शिवहर जिले के तरियानी छपरा में नक्सलियों ने राणा सिंह समेत चार की हत्या कर दी थी। वहीं डुब्बाघाट में निर्माणाधीन पुल उड़ा दिया था। दोनों वारदातों में रामबाबू सहनी शामिल था। इसके अलावा तरियानी और तरियानी छपरा थाना क्षेत्र में दर्जनों नक्सली वारदातों का जोनल कमांडर के रूप में उसने नेतृत्व किया था। वह औरा मलिकाना निवासी कुख्यात नक्सली लालबाबू सहनी उर्फ भास्कर उर्फ प्रलय का करीबी रहा। लाल बाबू सहनी की गिरफ्तारी के बाद उसने इलाके में संगठन की कमान थाम रखी थी। हालांकि, 2013 के बाद संगठन के कमजोर होने के चलते वह शिवहर से फरार हो गया था और तबसे पुलिस उसे तलाश रहीथी।।
लंबे समय बाद लौटा था गांव :
लंबे समय बाद वह गांव लौटा था। वह औरा मलिकाना गांव स्थित अपने घर में छिपकर रह रहा था। इसकी मिली गुप्त सूचना के आधार पर शिवहर पहुंची एसटीएफ की टीम ने पहुंचकर उसे दबोचने में सफलता पाई ।