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आरबीबीएम कॉलेज मेें मूल्यांकन को पहुंची नैक की टीम, करेगी कॉलेज का निरीक्षण Muzaffarpur News

आरबीबीएम कॉलेज का दो दिन नैक की टीम करेगी निरीक्षण। पूरे परिसर को सजाया गया। महाविद्यालय परिसर में 13 व 14 दिसंबर को रहेगी नैक की टीम।

By Murari KumarEdited By: Published: Fri, 13 Dec 2019 02:21 PM (IST)Updated: Fri, 13 Dec 2019 02:21 PM (IST)
आरबीबीएम कॉलेज मेें मूल्यांकन को पहुंची नैक की टीम, करेगी कॉलेज का निरीक्षण Muzaffarpur News
आरबीबीएम कॉलेज मेें मूल्यांकन को पहुंची नैक की टीम, करेगी कॉलेज का निरीक्षण Muzaffarpur News

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय स्थित आरबीबीएम कॉलेज मेें शुक्रवार को नैक मूल्यांकन के लिए नैक की टीम कॉलेज पहुंची। जानकारी के अनुसार महाविद्यालय परिसर में 13 व 14 दिसंबर को नैक की टीम रहेगी तथा निरीक्षण करेगी। प्राचार्य ने बताया कि नैक मूल्यांकन टीम की संयोजक मधु सिंह के साथ डॉ.रेणु बाला के नेतृत्व में डॉ.रंजू कुमारी, डॉ.श्यामा सिंह, डॉ.नूपुर वर्मा, डॉ.विदिषा मिश्रा, डॉ.शिवांगी प्रभात, डॉ.सुनीता कुमारी, सुश्री सोनल, डॉ.मंजू सिंह, डॉ.रामेश्वर राय, सोमेश्वर वर्मा व डॉ.निभा अग्रवाल सहित कॉलेज के सभी शिक्षक व कर्मी ने मिलकर एक-एक बिंदु पर तैयारी की है। इसकी तैयारियों को लेकर गरुवार को बैठक हुई थी। प्राचार्य डॉ.संगीता रानी ने इसको लेकर तय गाइड लाइन के मुताबिक समीक्षा की थी।  

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कॉलेज की सेल्फ स्टडी रिपोर्ट को बांटा जाता है दो भाग में

विश्वविद्यालय से मिली जानकारी के अनुसार नैक मूल्यांकन के लिए कॉलेज जो सेल्फ स्टडी रिपोर्ट तैयार करता है उसे दो भागों में बांटा जाता है। पहले में आधारभूत सुविधाओं को व दूसरे में शैक्षणिक गतिविधियों को शामिल किया जाता है। 

यूजीसी से अनुदान प्राप्त करने में मिलता फायदा

राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की शाखा है। ये विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों की गुणवत्ता का विभिन्न आधार पर मूल्यांकन करता है। संसाधन व परफॉर्मेंस केआधार पर नैक विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों को ग्रेड देता है। इसका फायदा कॉलेजों को यूजीसी द्वारा अनुदान प्राप्त करने में होता है। 

ऐसे कॉलेज कर सकते आवेदन  

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय से जुड़े वैसे कॉलेज जिन्होंने अपने स्थापना के तीन साल पूरे कर लिए हैं या जिनकेयहां डिग्री पाठ्यक्रम केदो बैच निकल चुके हैं वे आवेदन कर सकते हैं। सबसे पहले विवि या कॉलेज नैक को लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआइ) भेजता है। इसकेबाद निर्धारित प्रोफार्मा पर आइईक्यूए (इंस्टीट्यूशनल एलिजिबिलिटी फॉर क्वालिटी एसेसमेंट) के लिए आवेदन करता है। इस पर नैक की सहमति मिलने के बाद छह महीने के भीतर कॉलेज को सेल्फ स्टडी रिपोर्ट भेजनी होती है।

 इसमें कॉलेज के शैक्षिक, वित्तीय एवं प्रशासनिक गतिविधियों से जुड़े समस्त विवरण का उल्लेख होता है। इसके बाद नैक की 'पीयर टीमÓ सेल्फ स्टडी रिपोर्ट के आधार पर कॉलेज का निरीक्षण करती है और ग्रेड देती है। कॉलेज का दोबारा पांच साल के अंतराल पर नैक मूल्यांकन होता है। अगर अच्छी तैयारी रही तो कॉलेज ग्रेड में वृद्धि या बरकरार या फिर नीचे भी आता है। 


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