AIR POLLUTION : मुजफ्फरपुर की आबोहवा जहरीली, प्रदूषण इस खतरनाक स्तर तक जा पहुंचा
AIR POLLUTION 0-50 रहने वाला वायु गुणवत्ता सूचकांक अप्रत्याशित बढ़ा। 336 तक पहुंचा सूचकांक स्वस्थ लोगों को भी सावधानी जरूरी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। वायु प्रदूषण की रैंकिंग में कमी नहीं आ रही है। इससे शहर की आबोहवा जहरीली बनी है। प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की ओर से जारी आंकड़े चिंताजनक हालत बयां कर रहे हैं। इनके मुताबिक दिल्ली, पटना और मुजफ्फरपुर में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। एक दिन पूर्व के मुकाबले दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 463 से घटकर 458, पटना में 389 से 342 तो मुजफ्फरपुर में 341 से घटकर 336 पर बना है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर अगर 51-100 के बीच हो तो यह संतोषजनक माना जाता है। फिर भी संवेदनशील लोगों को सांस लेने में तकलीफ का खतरा बना रहता है। ये आंकड़ा 336 तक पहुंच जाने के बाद इसकी भयावता का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
धूलकण हैं प्रदूषण बढऩे का बड़ा कारण
वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण धूलकण हैं। बिना ढंके भवनों का निर्माण, सड़क पर गंदगी धूलकण के वाहक हैं। इसके अलावा पुरानी गाडिय़ों का जहरीला धुआं, सड़कों की धूल भी इसका कारण है। निजी और व्यावसायिक वाहनों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। ट्रैफिक जाम में चौक-चौराहों पर ये गाडिय़ां प्रदूषण बढ़ाती हैं। आंकड़ों के मुताबिक शहर की वायु में धूलकण की मात्रा अत्यधिक बढ़ गई है।