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Muzaffarpur Weather Forecast: तापमान में गिरावट का क्रम जारी, मौसम में पड़ेगा यह प्रभाव

Muzaffarpur Weather Forecast डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले दिनों में उत्तर बिहार में ठंड और बढ़ेगी। तापमान में मामूली गिरावट होने की संभावना है। इसके साथ ही पछिया हवा चलेेेेेगी।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 02:28 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 02:28 PM (IST)
Muzaffarpur Weather Forecast: तापमान में गिरावट का क्रम जारी, मौसम में पड़ेगा यह प्रभाव
अभी आसमान साफ रहने का ही पूर्वानुमान है। प्रतीकात्‍मक फोटो

मुजफ्फरपुर,जेएनएन। मौसम में उतार चढ़ाव का क्रम जारी है। विगत तीन दिनों में अलग अलग ढंग के रूप देखने को मिले। डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले दिनों में उत्तर बिहार में ठंड और बढ़ेगी। तापमान में मामूली गिरावट होने की संभावना है। इसके साथ ही पछिया हवा चलेेेेेगी।जिसके बाद ठंड में बढ़ोतरी की संभावना व्‍यक्‍त की गई है। वैसे अभी आसमान साफ रहने का ही पूर्वानुमान है। कुछ हिस्‍सों को छोड़कर आसमान पूरी तरह से साफ होने का अनुमान है। अभी बारिश की संभावना नहीं है।

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मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर ए.सत्तार ने बताया कि शनिवार का अधिकतम रिकॉर्ड तापमान 27. 0 एवं न्यूनतम तापमान 13.1 रिकॉर्ड किया गया है। अगले दो दिनों तक अधिकतम तापमान 25 से 26 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 13 से 16 डिग्री के बीच रहेगा। 5 से 7 किलोमीटर की रफ्तार से पछिया हवा चलेगी। आमतौर पर मौसम साफ रहेगा। इसके विपरीत दो दिन पहले पूरे आसमान में बादल छाए हुए थे। इसकी वजह से ठंड थोड़ी कम हुई थी। यह उत्‍तर पूर्व दिशा से आने वाली हवा के प्रभाव के कारण संभव हुआ था। लेकिन, इसका प्रभाव बहुत दिनों तक नहीं रहा। जैसे ही पछुआ ने तेजी पकड़ी आसमान पूरी तरह से साफ हो गया। जिससे दिन में तो कड़ी धूप रह रही है लेकिन, सूर्यास्‍त के बाद तेजी से तापमान में गिरावट होती है। सर्दी के दिनों में ऐसा अक्‍सर ऐसा होता है। न्‍यूनतम तापमान में कमी आने के मिल रहे संकेतों से अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में कड़ाके की सर्दी पड़ सकती है। हालांकि यह तात्‍कालिक स्‍थितियों पर भी निर्भर करेगा। यह मौसम किसानों के लिए बेहतर माना जा रहा है। वे इस दौरान सिंचाई और उर्वरक का प्रयोग कर सकते हैं। वैसे कई जगहों पर अभी गेहूं की बुवाई चल रही है। 


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