Muzaffarpur Weather Forecast 23 January 2021 : अगले दो-तीन दिनों तक बरकरार रहेगी ठंड
Muzaffarpur Weather Forecast पुरवा हवा चलने के साथ ही ठंड में आएगी कमी। मौसम विभाग के अनुसार सुबह में छाया रहेगा घना कुहासा। पूर्वानुमान में कहा गया है कि उत्तर बिहार के जिलों में मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है।
मुजफ्फरपुर, जासं। जिला समेत पूरे उत्तर बिहार में अगले दो-तीन दिनों तक ठंड की स्थिति बरकरार रहेगी। पछिया हवा चलने के कारण ठंड बरकरार रखने की बात कही जा रही है। हालांकि दो-तीन दिनों के बाद पुरवा हवा चलने के साथ ही ठंड में कमी आ जाएगी। यह कहना है मौसम विभाग का। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम विभाग के द्वारा अगले 27 जनवरी तक के लिए यह पूर्वानुमान जारी किया गया है। पूर्वानुमान में कहा गया है कि उत्तर बिहार के जिलों में मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है। अगले दो-तीन दिनों तक पछिया हवा चलने के कारण ठंड की स्थिति बनी रहेगी। उसके बाद पुरवा हवा चलने से ठंड में कमी आने की संभावना है। इस दौरान सुबह में मध्यम से घना कुहासा छाया रह सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार पूर्वानुमानित अवधि में अधिकतम तापमान 19 से 22 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। जबकि न्यूनतम तापमान 9 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। इस दौरान औसतन 5 से 7 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से अगले दो-तीन दिनों तक पछिया हवा तथा उसके बाद पुरवा हवा चलने का अनुमान है। सापेक्ष आद्र्रता सुबह में 85 से 90 प्रतिशत तथा दोपहर में 60 से 70 प्रतिशत रहने की संभावना है। शुक्रवार का अधिकतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 6.5 डिग्री कम है। वहीं न्यूनतम तापमान 8.0 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य के बराबर है।
दरभंगा : घने कोहरे व शीतलहर से जन-जीवन अस्त-व्यस्त
दरभंगा : शीतलहर और कोहरे का कहर लगातार जारी है। सर्द हवा के कारण जहां लोग घरों में दुबके रह रहे हैं। वहीं दूसरी ओर सड़कों पर निकलना मुश्किल हो गया है। पिछले पांच दिनों से लगातार शीतलहर व घने कोहरे का प्रकोप जारी है। शुक्रवार से कोहरे ने आदमी की स्पीड पर ब्रेक लगा दिया है। शुक्रवार की शाम से ही कोहरे के कारण बड़ी संख्या में लोगों को अपनी यात्रा या तो रद करनी पड़ी। या फिर एक घंटे की यात्रा तीन से चार घंटे में तय करनी पड़ी। शनिवार की सुबह कोचिंग व स्कूल के छात्र-छात्राएं घर से कोचिंग तक बड़ी मुश्किल से पहुंची।