Muzaffarpur : स्प्रिट केस में नामजद धंधेबाज टुन्ना सिंह समेत दो को मादक पदार्थ मामले में जेल
पूर्वी चंपारण स्थित घर पर एक दिन पूर्व हुई थी छापेमारी वहां से पकड़े जाने की थी चर्चा । सदर पुलिस कह रही थाना क्षेत्र के डुमरी रोड से हुई गिरफ्तारी। अपने शागिर्द के साथ पकड़ा गया मादक पदार्थ भी जब्त।
मुजफ्फरपुर, जासं। चार दिन पूर्व कच्ची-पक्की इलाके से जब्त स्प्रिट मामले में नामजद धंधेबाज टुन्ना सिंह को सदर पुलिस ने मंगलवार को एनडीपीएस एक्ट में जेल भेज दिया। उसे डुमरी रोड स्थित एक निजी स्कूल के पास से 294 ग्राम मादक पदार्थ के साथ पकडऩे की बात प्राथमिकी में दर्ज की गई। वहां से उसके शागिर्द संतोष को भी गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपित क्रमश: पूर्वी चंपारण जिला के मधुबन थाना के खोदापुर और चकिया के थाना रोड का निवासी है। इसी मामले में धंधेबाज से डील करने में करजा थाने के प्रभारी थानाध्यक्ष सह प्रशिक्षु दारोगा बीके यादव को निलंबित करते हुए जेल भेजा गया था।
थानाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार सिन्हा के बयान पर सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस का कहना है कि मादक पदार्थ मामले में जेल भेजा गया है। पहले से दर्ज स्प्रिट बरामदगी के केस में उसे रिमांड किया जाएगा। प्राथमिकी में बताया गया कि सोमवार की रात पुलिस गश्त लगा रही थी। तभी डुमरी रोड स्थित एक निजी स्कूल के पास दो संदिग्धों को देखा गया। पुलिस को देख दोनों भागने लगे तो खदेड़ कर दबोचा। नाम पते का सत्यापन कर तलाशी ली गई। इस दौरान आरोपितों के पास से मादक पदार्थ मिला। इसके अलावा तीन मोबाइल भी बरामद हुए। पूछताछ के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया।
ट्रक खलासी ने बताया था नाम
बता दें कि चार दिन पूर्व कच्ची पक्की चौक से स्प्रिट लदे ट्रक को विशेष टीम ने पकड़ा था। मौके से डील करने के आरोप में प्रशिक्षु दारोगा बीके यादव और करजा थाना के चौकीदार के पुत्र रामसेवक के साथ ट्रक खलासी सरोज कुमार की गिरफ्तारी हुई थी। खलासी ने बताया था कि उक्त स्प्रिट की खेप टुन्ना सिंह के यहां पहुंचानी है। इसको लेकर दारोगा से डील कर रहे थे।
घर पर चलाता था शराब बनाने की फैक्ट्री
मुख्य धंधेबाज का नाम सामने आने के बाद टुन्ना सिंह के घर पर विशेष टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ छापेमारी की। वहां से शराब बनाने की फैक्ट्री मिली, लेकिन वह फरार मिला। हालांकि लोगों में चर्चा है कि टुन्ना सिंह को वहीं से पकड़ा गया था। मगर सदर पुलिस ने अपने यहां उसकी गिरफ्तारी की बात बता रही है।
रात को घर से उठाने की कही बात
जेल जाने से पूर्व आरोपित ने बताया कि रविवार की रात 25-30 की संख्या में सादे लिबास में हथियार से लैस लोग उसके घर पहुंचे। गेट खोलवाकर भीतर घुसे और उसपर पिस्टल तानकर नाम पूछा। नाम बताने के साथ उसे वाहन में बैठा लिया। तब पता लगा कि ये लोग पुलिस वाले हैं। इसके बाद उसे लेकर मोतिहारी, चकिया समेत कई जगहों पर घुमाते रहे। मोतिहारी से संदीप सिंह नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। इसके बाद उसे और संतोष को लेकर मुजफ्फरपुर पहुंचे। तीन दिनों तक पिटाई की गई। आरोपित ने शरीर पर जख्म के निशान दिखाए।