सीएम नीतीश के स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड में मुजफ्फरपुर को 12वां स्थान, यह जिला सबसे पिछड़ा
उत्तर बिहार में बेगूसराय को चौथा शिवहर को पांचवां पूर्वी चंपारण को 13वां दरभंगा को 15वां समस्तीपुर को 18वां पश्चिम चंपारण को 29वां स्थान मिला है। इस योजना के क्रियान्यवयन में मधुबनी सबसे आखिरी 38वें पायदान पर है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत संचालित स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड के संचालन में मुजफ्फरपुर जिले को 12वां स्थान मिला है। जबकि, उत्तर बिहार में बेगूसराय को चौथा, शिवहर को पांचवां, पूर्वी चंपारण को 13वां, दरभंगा को 15वां, समस्तीपुर को 18वां, पश्चिम चंपारण को 29वां स्थान मिला है। इस योजना के क्रियान्यवयन में मधुबनी सबसे आखिरी 38वें पायदान पर है। वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए अक्टूबर तक जारी की गई रैंकिंग में मुजफ्फरपुर को 100 में से 72 अंक मिले हैं। जबकि, पहले स्थान पर रहे सुपौल जिले को 75.2 अंक प्राप्त हुए हैं। इस योजना के क्रियान्यवयन को लेकर विभाग की ओर से सख्त निर्देश दिए गए हैं।
इस वर्ष 3973 छात्र-छात्राओं को मिलना था लाभ
पिछले वित्तीय वर्ष में जहां जिले के 44233 विद्यार्थियों को स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ मिलना था। वहीं इस वर्ष 3973 छात्र-छात्राओं को ही इस योजना में शामिल किया जाना है। इस वर्ष कुल 6387 छात्र-छात्राओं ने इस योजना का लाभ लेने के लिए डीआरसीसी में आवेदन दिया था। इसमें से 4071 छात्र-छात्राओं का आवेदन स्वीकृत किया गया। जबकि, 1762 विद्याथियों का आवेदन दस्तावेज में गड़बड़ी और सही से नहीं भरे होने के कारण निरस्त कर दिया गया। वहीं इस वर्ष 3973 विद्यार्थियों को ही योजना का लाभ देना है और इससे अधिक आवेदन स्वीकृत हो गए हैं तो शेष आवेदन को अगले वित्तीय वर्ष के लिए अग्रसरित कर दिया गया है। जबकि, अक्टूबर के बाद जो आवेदन आएंगे उन्हें भी अगले वर्ष के लिए ही रखा जाएगा।
निजी कॉलेजों को भी किया गया शामिल
पहले सूबे के कई निजी कॉलेजों में नामांकन लेने पर इस योजना का लाभ नहीं मिल पाता था। अब इन कॉलेजों को भी इस सूची में शामिल कर लिया गया है। हालांकि, योजना की शुरुआत में कुछ कॉलेजों की ओर से गड़बड़ी की गई थी उन्हें ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है।
चार लाख तक मिलता है ऋण
छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए इस योजना के तहत चार लाख रुपये तक का ऋण बिना शर्त के मिलता है। इससे अधिक फी होने की स्थिति में अभिभावक की ओर से कागजात और अन्य प्रक्रियाओं को पूरा करना होता है। अब राशि सीधे कॉलेज के खाते में भेजी जाती है। डीआरसीसी के प्रबंधक अमलेंदु कुमार ने कहा कि स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ लेने के लिए डीआरसीसी में आवेदन दिया जा सकता है। यहां से सत्यापन होने के बाद विद्यार्थियों को योजना का लाभ मिलता है।