मुजफ्फरपुर रेलवे जंक्शन की स्कैनर मशीन खराब, सुरक्षा को खतरा
Muzaffarpur railway junction परिसर एवं ट्रेनों की सुरक्षातंत्र को मजबूत करने के लिए मुजफ्फरपुर जंक्शन पर तीन स्कैनर मशीन लगाए गए। लेकिन तीनों के तीन खराब पड़े हुए हैं। तीनों मशीन करोड़ों रुपये की हैं। इसके सफल संचालन के लिए किसी की जिम्मेवारी अब तक तय नहीं की जा सकी।
मुजफ्फरपुर, जासं। Muzaffarpur railway junction: पूर्व मध्य रेल के सबसे अधिक अर्निंग देने वाला मुजफ्फरपुर दूसरा रेलवे स्टेशन असुरक्षित है। देश में कई आतंकवाद घटना के बाद रेलवे परिसर एवं ट्रेनों की सुरक्षातंत्र को मजबूत करने के लिए मुजफ्फरपुर जंक्शन पर तीन स्कैनर मशीन लगाए गए। लेकिन तीनों के तीन खराब पड़े हुए हैं। तीनों मशीन करोड़ों रुपये की हैं। इसके सफल संचालन के लिए किसी की जिम्मेवारी अब तक तय नहीं की जा सकी। इसकी फिक्र न रेल प्रशासन के पास है और न आरपीएफ व जीआरपी को। स्टेशन परिसर के सभी मुख्य गेट पर तीन स्कैनर मशीन लगाए गए हैं। लेकिन हाल का वाक्य यह है कि, सभी स्कैनर मशीन खराब पड़े हुए हैं। एक चालू भी था वह भी बार-बार खराब हो रहा है। छह महीने में कई बार बन चुका है। फिर भी दो दिनों पहले फिर खराब हो गया। रेलवे परिसर से लेकर ट्रेनों में सुरक्षा को लेकर खतरा उत्पन्न हो गया है। अब यात्रियों का सामान स्कैन नहीं हो रहे। आरपीएफ के सामने लगे स्कैनर मशीन पहले से बंद पड़ी हुई है। मुख्य गेट पर लगे दूसरे स्कैनर मशीन से यात्रियों के सामानों की चेकिंग हो रही थी। आरपीएफ के एक महिला और पुरुष सिपाहियों की ड्यूटी भी वहां लगी हुई।
स्टेशन का एक मुख्य गेट बंद
स्टेशन के एक मुख्य गेट के सामने लगे स्कैनर मशीन के खराब होने के कारण उधर का गेट आरपीएफ ने बंद कर डाला है। लेकिन स्टेशन के चारों ओर चोर दरवाजे से लोग आ जा रहे हैं, इसपर किसी रेल प्रशासन का कोई ध्यान नहीं हैं। स्टेशन के प्लेटफार्म से लेकर ट्रेन व माल गाडिय़ों तक उन चोर दरवाजों से आसानी से पहुंच जाते हैं। आरपीएफ के सामने बने फुटओवर ब्रिज से दूसरी तरफ सीधे आने-जाने का रास्ता है। रात-दिन धड़ल्ले से आवागमन हो रहा है। पार्सल और मालगोदाम के पास भी दो रास्ते हैं। इसके अलावा लोग माड़ीपुर और इमलीचट़टी मोहल्ले से रेल लाइन पकड़कर आते-जाते हैं। अगर स्टेशन को पूरी तरह सील नहीं किया गया तो, मुजफ्फरपुर जंक्शन को सुरक्षित रखना मुश्किल होगा।