Muzaffarpur: छेड़खानी मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बजाय हीलाहवाली कर रहे थानाध्यक्ष
आरोपित पक्ष के लोगों ने पीडि़ता के घर पहुंचकर बनाया दबाव। प्राथमिकी की कॉपी लेने पहुंचे तो पुलिस ने कहा कल आइए। जांच करने का जिम्मा एक जमादार को दिया गया है। उन्होंने आरोपित पक्ष से संपर्क किया। इसके बाद कई लोग पीडि़ता के घर पर पहुंच गए।
मुजफ्फरपुर, जासं। ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र की छात्र जदयू नेत्री से छेड़खानी मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बजाय थानाध्यक्ष हीलाहवाली कर रहे हैं। आवेदन मिलने के 24 घंटे बाद भी केस दर्ज नहीं किया गया है। जांच की बात बोलकर मामला को लंबित रखा गया है। जांच करने का जिम्मा एक जमादार को दिया गया है। उन्होंने आरोपित पक्ष से संपर्क किया। इसके बाद कई लोग पीडि़ता के घर पर पहुंच गए। आवेदन वापस लेने का दबाव बनाया गया। लेकिन, पीडि़त पक्ष ने किसी की नहीं सुनी। थानाध्यक्ष अनिल गुप्ता का कहना है कि जांच की जा रही है।
थाना से वापस लौटी पीडि़ता की मां
इधर, पीडि़ता की मां प्राथमिकी की कॉपी लेने मंगलवार को थाना पहुंची। उन्हें बुधवार को आने के लिए बोलकर वापस भेज दिया गया। उन्होंने केस संबंधित अपडेट भी जानने की कोशिश की। लेकिन, कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई। बता दें कि पीडि़ता पीजी की छात्रा हैं। सोमवार को उसने थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें एक युवक पर छेड़खानी और ऑडियो-वीडियो वायरल करने की धमकी देने का आरोप लगाया था।
आरोपित की हरकत से पढ़ाई हो गई बाधित
कहा था कि एक निजी कंपनी में काम करने के दौरान आरोपित से पहचान हुई थी। वह मोहल्ले का रहने वाला है। इसके बाद से वह पीछे पड़ गया। मोबाइल पर अक्सर अश्लील मैसेज भेजकर परेशान करने लगा। कॉल कर तंग करता था। उसके नंबर को ब्लॉक कर देने पर घर पर असामाजिक तत्वों को भेजकर धमकाने लगा। उसके भाई को गोली मारने की धमकी तक दी जाने लगी। कॉलेज जाने के दौरान रास्ते में भी छेड़खानी करने लगा। इस कारण उनकी पढ़ाई बाधित हो गई थी। इसके बाद थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। इधर, मंगलवार को पीडि़ता अपने भाई और उसके दोस्तों के साथ कॉलेज गई। जितने देर वे कॉलेज में रहीं, तब तक उसके भाई बाहर इंतजार करते रहे। सिटी एसपी राजेश कुमार ने कहा कि हर हाल में मामले में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। ब्रह्मपुरा थानाध्यक्ष से इस संबंध में रिपोर्ट ली जाएगी।