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मुजफ्फरपुर: हेलीकाप्टर सेवा से जुड़ेंगे भगवान बुद्ध से जुड़े बिहार-यूपी के स्थल, जानिए पूरी योजना

Muzaffarpur news वाराणसी या कुशीनगर से वैशाली बोधगया राजगीर और पटना को उड़ान सेवा से जोडऩे की योजना बौद्ध सर्किट से जुड़े स्थलों के विकास के लिए एडीबी ने तैयार की है कार्ययोजना इसके साथ ही हवाई अड्डे को भी विस्तार क‍िया जाएगा।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 03:57 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 03:57 PM (IST)
मुजफ्फरपुर: हेलीकाप्टर सेवा से जुड़ेंगे भगवान बुद्ध से जुड़े बिहार-यूपी के स्थल, जानिए पूरी योजना
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शुरू हुई पहल। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

मुजफ्फरपुर, {प्रेम शंकर मिश्रा}। बौद्ध सर्किट से जुड़े स्थलों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इन्हें हवाई मार्ग से भी जोड़ा जाएगा। उड़ान सेवा के तहत बिहार और उत्तर प्रदेश के शहरों को हेलीकाप्टर सेवा से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा गया हवाई अड्डे को भी विस्तार दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) ने इसकी कार्ययोजना तैयार कर ली है। एडीबी से इसके लिए तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग भी मिलेगा।

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एडीबी के सुझाव व उसकी कार्ययोजना के आलोक में राज्य के विभिन्न विभागों, एजेंसियों एवं संबंधित जिलों के डीएम के साथ 13 जनवरी को विकास आयुक्त ने विचार-विमर्श किया था। इसमें' रिवाइवल आफ इंडिया एज ए ग्लोबल सेंटर आफ बुद्धिस्ट कल्चर एंड टूरिज्मÓ से संबंधित हुई बैठक में तय एजेंडे पर विचार किया गया।

यह तय किया गया कि एक और बैठक के बाद प्रस्ताव भेजा जाएगा। साथ ही यह निर्णय लिया जाएगा कि एडीबी से सहयोग लिया जाए या नहीं। इससे पहले एडीबी के कंट्री डायरेक्टर ने मुख्य सचिव से बैठक आयोजित कराने का आग्रह किया था।

'रिवाइवल आफ इंडिया एज ए ग्लोबल सेंटर आफ बुद्धिस्ट कल्चर एंड टूरिज्मÓ की बैठक के एजेंडे में गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे को 12 हजार फीट करने की जरूरत जताई गई है। इसके अलावा न्यू कार्गाे टर्मिनल, कैट-1 लैंङ्क्षडग सिस्टम के लिए करीब 300 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके अलावा यूपी के वाराणसी या कुशीनगर को बिहार के पटना, वैशाली, राजगीर एवं बोधगया से हेलीकाप्टर सेवा से जोडऩे की योजना है।

हेलीकाप्टर सेवा के लिए अन्य जिलों की संभावना पर भी विचार हो रहा है। इस कारण बैठक में उक्त चार जिलों के अलावा मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण एवं भागलपुर के डीएम को भी शामिल किया गया। पूर्वी चंपारण के डीएम शीर्षत कपित अशोक ने कहा कि केसरिया स्तूप को देखते हुए जिले को बौद्ध सर्किट से जोड़ा गया है। यहां हेलीपैड एवं अन्य निर्माण को लेकर बैठक में चर्चा की गई है।


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