Move to Jagran APP

फंड रहते क्यों नहीं हो पा रहा लोगों का इलाज? मुजफ्फरपुर का हाल

Muzaffarpur Health News Updates मुजफ्फरपुर में उपलब्ध फंड में से 98 प्रतिशत राशि व्यय 38 प्रतिशत ही खर्च। 100 आशा को नहीं दिया गया चयन पत्र टीकाकरण 95 से घटकर 72 प्रतिशत। जिले में स्वास्थ्य सेवा की बदहाली पर डीएम ने जताई नाराजगी सुधार के निर्देश।

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 11:32 AM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 11:32 AM (IST)
फंड रहते क्यों नहीं हो पा रहा लोगों का इलाज? मुजफ्फरपुर का हाल
Muzaffarpur Health News Updates: डीएम ने एक सप्ताह के अंदर बदलाव लाने के सुझाव दिए हैं। फोटो- जागरण

मुजफ्फरपुर,जासं। Muzaffarpur Health News Updates: जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली डीएम प्रणव कुमार की समीक्षा में सामने आ गई। वित्तीय गड़बड़ी के साथ योजनाएं बेपटरी है। डीएम ने इसपर नाराजगी जताते हुए स्थिति में सुधार का निर्देश सिविल सर्जन और चिकित्सा पदाधिकारियों को दिया। वित्तीय समीक्षा में डीएम ने पाया कि उपलब्ध फंड की 98 प्रतिशत राशि व्यय की जा चुकी है। इसमें कुल बजट की तुलना में 38 प्रतिशत राशि ही खर्च हुई है। आशा चयन की समीक्षा में पाया गया कि सौ आशा को चयन पत्र नहीं दिया गया है। डीएम ने एक सप्ताह में रिक्त पदों की जानकारी सभी प्रखंडों से प्राप्त करने का निर्देश दिया। इसके बाद सभी पदों को शीघ्र भरने को कहा। डीएम ने फरवरी में जिला गुणवक्ता यकीन समिति (डीक्यूएसी) की बैठक करने का आदेश दिया। साथ ही सभी अस्पतालों में गैप असेस्मेंट कराकर कार्य योजना बनाने की बात कही।

loksabha election banner

कई माह से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर की समीक्षा नहीं, टीकाकरण भी घटा

जिले में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर की समीक्षा विगत कई माह से नहीं की गई है। इसपर जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगाई। निर्देश दिया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर की समीक्षा नियमित रूप से की जाए। समीक्षा में पाया गया कि नियमित टीकाकरण 95 प्रतिशत से घटकर 72 प्रतिशत पर आ गया है। नियमित टीकाकरण के सत्रों का समय से आयोजन नहीं किया जाना इसका कारण बताया गया।

डीएम ने निर्देश दिया गया कि प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में प्रत्येक माह बुधवार एवं शुक्रवार को हर हाल में नियमित टीकाकरण का आयोजन किया जाए। नियमित टीकाकरण के कार्य में बाधा एवं रुकावट पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों को केयर, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ के प्रतिनिधियों के द्वारा मूल्यांकन करवाने की बात कही गई। इससे गैप का पता चल सकेगा। इस आधार पर कार्य योजना बनाकर कार्य किया जा सकेगा। बैठक में सहायक समाहर्ता श्रेष्ठ अनुपम, सिविल सर्जन डा. विनय कुमार शर्मा, डीपीएम बीपी वर्मा, जिला मलेरिया पदाधिकारी डा. सतीश कुमार, जिला टीकाकरण अधिकारी डा. एके पांडे, डा. सीके दास, डब्ल्यूएचओ के जिला प्रतिनिधि डा. आनंद गौतम, केयर के जिला प्रतिनिधि सौरभ तिवारी, डीपीआरओ कमल ङ्क्षसह आदि मौजूद थे।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.