मोतियाबिंद आपरेशन में संक्रमण मामले में मुजफ्फरपुर आई हास्पीटल के चिकित्सकों से होगी पूछताछ
Muzaffarpur Eye Hospital 65 मरीजों की मोतियाबिंद का किया गया था आपरेशन। यह आपरेशन पिछले साल 22 से 27 नवंबर के बीच की गई। इसमें से संक्रमण के कारण 15 मरीजों का एक आंख निकालना पड़ा। एसएसपी जयंतकांत ने मामले के आइओ व ब्रह्मपुरा थानाध्यक्ष को दिया निर्देश।
मुजफ्फरपुर,जासं। जूरन छपरा स्थित मुजफ्फरपुर आई हास्पीटल में मोतियाबिंद आपरेशन के बाद मरीजों की आंखों में संक्रमण मामले में चिकित्सकों से पूछताछ होगी। एसएसपी जयंतकांत ने इस मामले के आइओ व ब्रह्मपुरा थानाध्यक्ष अनिल कुमार गुप्ता को चिकित्सकों से पूछताछ करने का निर्देश दिया है। इसमें हास्पीटल के वे चिकित्सक शामिल हैं, जिन्होंने 65 मरीजों का आपरेशन किया। यह आपरेशन पिछले साल 22 से 27 नवंबर के बीच की गई। इसमें से संक्रमण के कारण 15 मरीजों का एक आंख निकालना पड़ा। इसके लिए डा.एनडी साहु को आरोपित बनाया गया है।
कई बिंदुओं पर जांच के निर्देश : सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा के साथ एसएसपी जयंतकांत मंगलवार को जूरन छपरा स्थित मुजफ्फरपुर आई हास्पीटल पहुंच कर जांच की। उन्होंने बताया कि कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। इसमें पिछले साल 22 नवंबर को मरीजों के आपरेशन में कौन-कौन चिकित्सक शामिल थे। उसमें उनके साथ कौन-कौन कर्मी थे। अस्पताल मानक के अनुसार चल रहा था या नहीं। यह पता चला है कि अस्पताल का अनुबंध रद हो चुका था। इसके बाद इसका संचालन कैसे किया जा रहा था। इसके लिए फंड कहां से आ रहा था। आपरेशन में मानक का पालन किया गया या नहीं। जब संक्रमण से मरीजों की आंखें खराब होने लगी तो जिला प्रशासन की ओर से अस्पताल प्रबंधन को जानकारी दी गई या नहीं। इन बिंदुओं की जांच के बाद ही पता चलेगा आपरेशन व उपचार में किस स्तर पर लापरवाही बरती गई। इन बिंदुओं की जांच के बाद ही पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
यह है मामला : मोतियाबिंद आपरेशन के बाद मरीजों की आंखों में संक्रमण होने की शिकायत पर सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा ने पिछले साल दो दिसंबर को ब्रह्मपुरा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें अस्पताल के सहायक प्रबंधक दीपक कुमार, सचिव दिलीप जालान, डा.एनडी साहु, डा.समीक्षा, बबिता कुमारी, बिल्टू कुमार, सरस्वती रानी, विकास कुमार, भावना वर्मा, अनूप कुमार, सौरभ कुमार व उमाशंकर सिंह को आरोपित बनाया था। प्राथमिकी में उन्होंने कहा था कि 29 नवंबर 2021 को राममूर्ति सिंह, गोपी देवी व रामजी राय ने उनसे शिकायत की थी कि जूरन छपरा स्थित मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल में मोतियाबिंद का आपरेशन कराने के बाद संक्रमण हो गया। उन्हें आंख निकालने की बात कही जा रही है। इसकी जांच के लिए अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के नेतृत्व में चिकित्सकों की जांच टीम गठित की गई। इस टीम ने अपनी रिपोर्ट में मरीजों के आरोपों को सत्य करार दिया। मामले की जांच के क्रम में पुलिस ने मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल को सील कर दिया था।