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Muzaffarpur News: आफत की बारिश में डूबा शहर, सड़कों पर बह रहा तीन फीट पानी

Muzaffarpur News गली-मोहल्ले बने टापू सैकड़ों घरों और दुकानों में घुसा पानी। दुकानों में पानी घुसने से लाखों रुपये का सामान बर्बाद घरों में कैद हुए लोग।

By Murari KumarEdited By: Published: Mon, 20 Jul 2020 08:49 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jul 2020 08:49 PM (IST)
Muzaffarpur News: आफत की बारिश में डूबा शहर, सड़कों पर बह रहा तीन फीट पानी
Muzaffarpur News: आफत की बारिश में डूबा शहर, सड़कों पर बह रहा तीन फीट पानी

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सोमवार को अहले सुबह से दोपहर तक हुई आफत की बारिश में पूरा शहर डूब गया। गली-मोहल्ले टापू बन गए। सैकड़ों घरों एवं दुकानों में बारिश का पानी प्रवेश कर गया। दुकानों में पानी घुसने से जहां लाखों रुपये के सामान बर्बाद हो गए, वहीं घरों में पानी प्रवेश करने से लोगों का जीना मुहाल हो गया। लोग चौकी एवं पलंग पर शरण लेने को मजबूर हैं। बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर बढऩे के कारण सिकंदपुर स्लूस गेट बंद कर दिया गया है। जिससे सिकंदरपुर समेत आधा दर्जन मोहल्ले पांच से छह फीट पानी में डूब गया। खतरा को देखते हुए मोहल्ले के प्रवेश मार्ग को बांस-बल्ला लाकर बंद कर दिया गया है। रविवार को हुई बारिश के कारण शहर की नालियां पहले से ही भरी हुईं थीं।

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आज की बारिश के पानी को निकलने में अक्षम साबित हुई है। शहर की सड़कों पर दो से तीन फीट पानी बहने लगा। मोतीझील, बेला औद्योगिक क्षेत्र, क्लब रोड, बालूघाट, संजय सिनेमा रोड, मिठनपुरा, देवी मंदिर रोड, जवाहर लाल रोड, सूतापट्टी, पक्कीसराय रोड, आम गोला समेत शहर के अधिकांश भाग में बाढ़ जैसी स्थिति देखने को मिली। सड़कों पर पानी जमा होने के कारण आवागमन पूरी तरह से ठप रहा। लोग अपने घरों में कैद रहे। वहीं मिठनपुरा से बेला व पीएंडटी की ओर जाने वाली सड़क पर टायर के सहारे लोग आवागमन करते नजर आएं। देवी मंदिर, एलआइसी कार्यालय, प्रमंडलीय कृषि कार्यालय, एमडीडीएम कॉलेज, जुब्बा सहनी पार्क आदि में भी जलजमाव हो गया। इससे लोगों को भारी परेशानी हुई। सरकारी बस स्टैंड परिसर भी तालाब में तब्दील हो गया।

घरों में घुसा पानी, चौकी पर बन रहा खाना

कई इलाकों के घरों में पानी प्रवेश कर गया। घुटना भर पानी रहने के कारण लोग चौकी पर खाना बनाने को मजबूर हुए। वहीं पानी में काफी सामान भींग कर खराब हो गया। लोग गंदे पानी में ही रहने को विवश हुए। कई इलाकों में लोग बाल्टी या अन्य सामान से घरों के पानी को बाहर निकालने की कोशिश करते नजर आए। लेकिन उनकी मेहनत सफल नहीं हो सकी। रुक-रुककर हो रही बारिश से फिर से पानी घरों में प्रवेश कर गया।

इतना पानी कहइयो सड़क पर न लगल रहल

मिठनपुरा से बियाडा की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर भी तीन-चार फीट जलजमाव हो गया। आवागमन में लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। उस रास्ते गुजर रहीं कुछ महिलाएं आपस में बात कर रहीं थीं कि अइसन पानी न देखली, इतना पानी कहइयो इ सड़क पर न लगल रहल। वहीं शहर के कई ऊंचे इलाकों में भी पहली बार जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई।

बारिश कम होते ही लॉकडाउन भूल सड़कों पर निकले लोग

मूसलाधार बारिश से शहर की अधिकांश सड़कें व मोहल्ले जलमग्न हो गए। यह स्थिति देखने और इसे अपने मोबाइल में कैद करने के लिए बारिश कम होते ही लोग लॉकडाउन को भूल सड़कों पर निकल आएं। पानी के बीच खड़े होकर सेल्फी लेते दिखे। कुछ बच्चे व युवा रेलवे लाइन के किनारे और सड़कों पर मछली पकड़ते भी नजर आएं।

पानी निकालने को निगम ने झोंकी ताकत

शहर में जाम पानी निकालने को नगर निगम ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। सिकंदरपुर स्लूस गेट बंद होने बाद पंपिंग सेट से लगातार पानी निकाला जा रहा है। अपर नगर आयुक्त विशाल आनंद ने वहां जाकर जलनिकासी कार्य को देखा और आवश्यक निर्देश दिए। जलकार्य शाखा के प्रभारी दीपक कुमार एवं सफाई प्रभारी कौशल किशोर इस कार्य में लगे हुए हैं। वहीं बेला औद्योगिक क्षेत्र एवं मिठनपुरा इलाके से पानी निकालने के लिए नालों की जेसीबी मशीन से उड़ाही की गई।


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