मुजफ्फरपुर जिला स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना मृतकों की संशोधित सूची भेजी
सिविल सर्जन डा. विनय कुमार शर्मा ने सभी लोगों की मौत के कारण को अलग-अलग विवरण के साथ आपदा प्रबंधन विभाग को मंगलवार को रिपोर्ट सौंप दिया। इसमें बताया गया है कि कोरोना संक्रमण के पहले दौर यानी 2020 में कुल 133 लोगों की मौत हुई थी।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा मौत के आंकड़े में गड़बड़ी संबंधी आपत्ति जताए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार को कोरोना मृतकों की संशोधित सूची भेजी गई। इसमें संक्रमण के पहले दौर 2020 में 133 और दूसरे दौर 2021 में 858 मृतकों की अलग-अलग सूची आपदा प्रबंधन विभाग को भेजी गई है। सिविल सर्जन डा. विनय कुमार शर्मा ने सभी लोगों की मौत के कारण को अलग-अलग विवरण के साथ आपदा प्रबंधन विभाग को मंगलवार को रिपोर्ट सौंप दिया। इसमें बताया गया है कि कोरोना संक्रमण के पहले दौर यानी 2020 में कुल 133 लोगों की मौत हुई थी। इसमें आरटीपीसीआर, ट्रू नेट जांच में 25 मृतकों का आइडी उपलब्ध है।
वही 12 लोगों का पोर्टल पर आइडी उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा अन्य जांच में पाजिटिव मिले 32 लोगों का आइडी उपलब्ध है, जिन्हें मुआवजा राशि का भुगतान कर दिया गया है। 10 लोग की मौत दूसरे राज्य में हुई है। जबकि अन्य जांच में पाजिटिव 42 लोगों का पोर्टल पर आइडी उपलब्ध नहीं है। लेकिन उनकी मौत की सूची उपलब्ध है। वही11 लोगों का रिपोर्ट विभाग को नहीं मिला है। एचआरसीटी जांच में मात्र एक व्यक्ति की मौत बताई गई है। इसी प्रकार दूसरे संक्रमण यानी 2021 के दौरान कुल 858 संक्रमित के मौत की सूची आपदा प्रबंधन विभाग को भेजी गई है। इसमें आरटी पीसीआर और ट्रू नेट जांच के दौरान पाजिटिव मिले 200 लोगों का आइडी उपलब्ध है। जबकि 241 लोगों का आइडी स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर उपलब्ध नहीं है। एचआरसीटी कराने वाले 79 लोगों की मौत की जानकारी आपदा विभाग को भेजी गई है। इसके अलावा 33 लोगों की रिपोर्ट नहीं मिली है। जबकि दूसरे जिले के 125 संक्रमित लोगों की मौत मुजफ्फरपुर जिले में हुई है। वही 23 संक्रमित व्यक्ति जो दूसरे राज्य में इलाज करा रहे थे या रह रहे थे, उनकी मौत हुई है। एसकेएमसीएच से मौत का शिकार हुए लोगों में मात्र 15 लोगों का आईडी पोर्टल पर दर्ज है। जबकि 142 मृतकों की आइडी पोर्टल पर नहीं उपलब्ध है।