Move to Jagran APP

नहीं रहे मुजफ्फरपुर भाकपा माले के वरीय नेता सकल ठाकुर, अंतिम दर्शन को उमड़ी भीड़

पार्टी के जिला कार्यालय में नए कृषि कानूनों को लेकर चल रही थी सभा संकल्प अचानक बिगड़ी तबीयत। जूरन छपरा स्थित एक निजी नर्सिंग होम में कार्यकर्ता लेकर गए जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मृत्यु का कारण हार्टअटैक बताया गया है।

By Ajit kumarEdited By: Published: Sat, 02 Jan 2021 07:49 AM (IST)Updated: Sat, 02 Jan 2021 07:49 AM (IST)
नहीं रहे मुजफ्फरपुर भाकपा माले के वरीय नेता सकल ठाकुर, अंतिम दर्शन को उमड़ी भीड़
शनिवार को पार्टी कार्यालय से सुबह 11 बजे शव यात्रा निकलेगी। फोटो : जागरण

मुजफ्फरपुर, जासं। भाकपा माले के वरीय नेता कार्यालय प्रभारी 72 वर्षीय सकल ठाकुर नहीं रहे। साल के पहले दिन हरिसभा चौक स्थित जिला कार्यालय में नए कृषि कानूनों को लेकर संकल्प सभा चल रही थी। इसी बीच अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी। उन्हें जूरन छपरा स्थित एक निजी नर्सिंग होम में कार्यकर्ता लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मृत्यु का कारण हार्टअटैक बताया गया है।

loksabha election banner

पार्टी कार्यालय में उनका शव रखा गया। अंतिम दर्शन के लिए पार्टी नेता कार्यालय पहुंचे और श्रद्धांजलि दी। ये सिलसिला देर रात तक जारी रहा। माले के राज्य सचिव कुणालजी और केंद्रीय कमेटी सदस्य व ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दी। राज्य सचिव ने कहा कि वह अपने जीवन के अंत तक पार्टी के लिए समर्पित रहे और गरीबों के हक की लड़ाई को धार दी। जिला सचिव कृष्णमोहन ने उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि पार्टी कार्यालय में वाम दल समन्वय समिति की संकल्प सभा में पर्चा बांट रहे थे। इसी क्रम में अचानक हार्टअटैक हुआ। शनिवार को पार्टी कार्यालय से सुबह 11 बजे शव यात्रा निकलेगी। 

नक्सलबाड़ी आंदोलन से रहा लगाव

सकल ठाकुर युवा अवस्था में ही नक्सलबाड़ी विद्रोह के साथ भाकपा-माले से सक्रिय तौर पर जुड़ गए। उस दौर में पार्टी की कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी में रहे। 50 वर्षों से मुजफ्फरपुर में लगातार पार्टी में नेतृत्वकारी भूमिका निभाते रहे। 25 वर्षों से लगातार पार्टी जिला कमेटी के पूर्णकालिक सदस्य, जिला स्थायी समिति के सदस्य और 15 वर्षों से जिला कार्यालय के सचिव थे। उनकी पत्नी शारदा देवी ऐपवा की जिला सचिव हैं। अपने पीछे तीन पुत्र व एक पुत्री सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.