Move to Jagran APP

मुजफ्फरपुर निगम ने सड़क को ही बना दिया कूड़ेदान, शहरवासियों को आने-जाने में हो रही परेशान

Muzaffarpur Nagar Nigam सड़क पर ही डंप किया जाता है गली-मोहल्लों का कचरा। नियमित उठाव नहीं होने से जमा कूड़े की सड़ांध से राहगीर होते परेशान ।

By Ajit KumarEdited By: Published: Fri, 11 Sep 2020 11:15 AM (IST)Updated: Fri, 11 Sep 2020 11:15 AM (IST)
मुजफ्फरपुर निगम ने सड़क को ही बना दिया कूड़ेदान, शहरवासियों को आने-जाने में हो रही परेशान
मुजफ्फरपुर निगम ने सड़क को ही बना दिया कूड़ेदान, शहरवासियों को आने-जाने में हो रही परेशान

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। नगर निगम ने शहर की सड़कों को कूड़ेदान बना दिया है। गली-मोहल्लों से निकलने वाले कचरे को मुख्य सड़कों पर डंप कर दिया जाता है। इसका नियमित निष्पादन नहीं होने से शहरवासी परेशान हो रहे हैं। सड़कों पर जमा कचरा न सिर्फ यातायात की गति प्रभावित कर रहा, बल्कि लोगों की सेहत भी खराब कर रहा है। इससे उठने वाली सड़ांध आसपास रहने वाले लोगोंं व राहगीरों की परेशानी बढ़ा रही है। 

loksabha election banner

कचरा डंपिंग स्थल का विवाद समाप्त

रौतिनिया कचरा डंपिंग स्थल विवाद की समाप्ति के बाद शहर से निकलने वाले कचरे को ठिकाने लगाने की समस्या फिलहाल नहीं है। लेकिन, गली-मोहल्लों में प्राथमिक डंपिंग स्थल नहीं होने से लोग घरों का कचरा गलियों में फेंक देते हैं। निगम उसे उठाकर मुख्य सड़क पर जमा कर देता है, ताकि वहां से उसे रौतिनिया डंपिंग स्थल ले जाया जा सके। लेकिन, संसाधन के अभाव में निगम सड़कों पर जमा कचरे का नियमित उठाव नहीं करा पाता। वह कई दिनों तक सड़क पर ही पड़ा रहता है। जहां डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन होता है वहां भी घरों से एकत्र कचरे को मुख्य सड़क पर डंप किया जाता है। निगम ने गली-मोहल्लों में कूड़ेदान नहीं रखे हैं।

सड़कों पर नहीं लगती ठीक से झाड़ू

शहर की अधिकतर सड़कों पर गंदगी फैली रहती है। इससे आते-जाते आप रूबरू होते होंगे। सड़कों पर झाड़ू देने के लिए हर वार्ड में आधा दर्जन महिला सफाईकर्मी नियुक्त हैं। लेकिन, उनके द्वारा वार्ड की सभी गली-मोहल्लों में झाड़ू नहीं लगाई जाती है। नियमानुसार निगमकर्मियों को दो पालियों सुबह छह से नौ बजे और दोपहर तीन से शाम पांच बजे तक झाड़ू लगानी है। सिर्फ एक पाली में ही झाड़ू लगती है, वह भी चुनिंदा सड़कों पर।

कभी दोनों पाली में सफाई कार्य नहीं

पार्षद, वार्ड-5 सीमा कुमारी ने कहा कि कभी दोनों पाली में सफाई कार्य नहीं होता। सुबह की पाली में भी सफाईकर्मी दो से तीन घंटे ही काम करते हैं। इससे वार्ड की पूरी तरह से सफाई नहीं हो पाती।

पार्षद, वार्ड-27 अजय ओझा ने कहा कि निगम द्वारा गली-मोहल्लों में कूड़ेदान की व्यवस्था नहीं की गई है। ऐसे में लोग खुले में कचरा फेंक देते हैं। निगम भी वहां से कचरा उठाकर सड़क पर डाल देता। यह व्यवस्था ठीक नहीं है।

उपकरणों की खरीद का प्रस्ताव भी पारित

महापौर सुरेश कुमार ने कहा कि निगम सशक्त स्थायी समिति एवं बोर्ड कूड़ेदान खरीदने का प्रस्ताव पारित कर चुका है। लेकिन, उसका अनुपालन नहीं हुआ। सफाई उपकरणों की खरीद का प्रस्ताव भी पारित है। उस पर भी अमल नहीं हुआ। नए नगर आयुक्त से वे इस संबंध में बात करेंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.