मुजफ्फरपुर में टीकाकरण की गलत एंट्री बनी परेशानी, नियमित टीकाकरण में गड़बडी
सिविल सर्जन ने बताया कि 8 नवंबर को मुशहरी के विशुनपुर मनिका हाई स्कूल में 50 बच्चों की कोरोना जांच की गई थी। सभी बच्चे की रिपोर्ट निगेटिव आई। लेकिन डाटा एंट्री आपरेटर ने इस रिपोर्ट को पोर्टल पर अपलोड नहीं किया।
मुजफ्फरपुर, जासं। Muzaffarpur Corona Vaccination Update: कोरोना जांच, टीकाकरण से लेकर नियमित टीकाकरण रिपोर्ट की संमय पर इंट्री नहीं हो रही है। इससे आए दिन विभाग के वरीय अधिकारी फजीहत झेल रहे हैं। इसे लेकर कई जगह हंगामा हुआ है। सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा ने टीकाकरण को लेकर समीक्षा की तो कई मामले सामने आए। समीक्षा में यह बात सामने आई कि मुशहरी के एक सरकारी स्कूल में नवंबर में 50 बच्चों की कोरोना जांच हुई थी। जांच के तीन माह तक स्थानीय स्वास्थ्य विभाग डाटा आपरेटर पोर्टल पर अपलोड करना ही भूल गया। तीन माह बाद जब मैट्रिक परीक्षा को लेकर बच्चे वैक्सीनेशन कराने स्कूल पहुंचे, तब विभाग को याद आया और आनन-फानन में इसे अपलोड किया गया। मामला सामने आने के बाद जिला से लेकर मुख्यालय तक बेचैनी दिखी।
सिविल सर्जन ने बताया कि 8 नवंबर को मुशहरी के विशुनपुर मनिका हाई स्कूल में 50 बच्चों की कोरोना जांच की गई थी। सभी बच्चे की रिपोर्ट निगेटिव आई। लेकिन, डाटा एंट्री आपरेटर ने इस रिपोर्ट को पोर्टल पर अपलोड नहीं किया। तीन माह बाद 14 जनवरी को उक्त बच्चे मैट्रिक परीक्षा में शामिल होने के लिए वैक्सीनेशन लेने फिर स्कूल पहुंचे। इसके बाद आपरेटर को कोरोना जांच रिपोर्ट अपलोड करने की याद आई और आनन-फानन में रात में ही सभी 50 बच्चे की रिपोर्ट अपलोड कर दिया। सिविल सर्जन ने बताया कि वैक्सीन लेने वाले बच्चों के हेडमास्टर के मोबाइल पर वैक्सीन के बदले कोरोना निगेटिव होने की रिपोर्ट पहुंच गई। मामला सामने आने पर प्रभारी से जांच कराई गई। यह पाया गया कि तीन माह पहले सभी बच्चे कोरोना की जांच कराए थे जिनकी रिपोर्ट पोर्टल पर नहीं अपलोड की गई थी। वैक्सीन लेने के दिन आपरेटर ने उक्त रिपोर्ट को भी अपलोड कर दिया। इसलिए मैसेज आ गया था। इसी तरह यह बात सामने आई कि नियमित टीकाकरण में भी गलत रिपोर्टिंग दर्ज हो रही है।
सिविल सर्जन ने जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय में संबंधित अधिकारियों को कहा कि डाटा एंट्री आपरेटर को सख्त निर्देश दिया जाए कि जितना काम करें, उसका उसी दिन पोर्टल पर अपलोड करें। बैकलाग रहने पर संबंधित प्रभारी पर कार्रवाई होगी। सीएस ने कहा कि मुशहरी पीएचसी प्रभारी और डाटा आपरेटर को कड़ी चेतावनी देते हुए भविष्य में ऐसी गलती होने पर सख्त कार्रवाई की बात कही गई है। सभी पीएचसी प्रभारी को यह निर्देश है कि वह जांच व टीकारण की रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर पोर्टल पर अपडेट करें। अगर ऐसा नहीं हुआ तो मुख्यालय स्तर पर कार्रवाई के लिए रिपेार्ट भेजी जाएगी।