शराब दुकान के विवाद में मुखिया व पूर्व जिला पार्षद में मारपीट, पुलिस पर हमला Muzaffarpur News
वित्तीय वर्ष 2013-14 में शराब ठेका के हिसाब-किताब से जुड़ा है विवाद। गाड़ी क्षतिग्रस्त मुखिया का भाई गिरफ्तार थाने में तीन केस दर्ज।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सिवाईपट्टी थाना क्षेत्र के रघई घाट पर मुखिया चंदेश्वर प्रसाद व पूर्व जिला पार्षद के पुत्र प्रमोद कुमार के बीच मारपीट हुई। दोनों के समर्थकों में भी भिडं़त हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस पर टीम पर भी उग्र लोगों ने हमला कर दिया। इससे दरोगा मिथिलेश कुमार, तीन सैप जवान, चालक व एक पुलिस अधिकारी को चोटें आई। उग्र लोगों ने पुलिस गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने मुखिया केभाई अशोक कुमार को गिरफ्तार कर लिया है।
जबकि हिरासत में लिए गए मुखिया व जिला पार्षद के पुत्र सहित निजी मुचालके पर रिहा कर दिया गया। इस मामले में दोनों पक्षों व पुलिस की ओर से अलग-अलग तीन केस दर्ज कराए गए हैं। पुलिस की ओर से दर्ज केस में सात-आठ नामजद व सौ से अधिक शामिल है। विवाद का कारण वित्तीय वर्ष 2013-14 में सिंडिकेट से जुड़े टेंगरारी के शराब दुकान के हिसाब को लेकर है।
यह है मामला
मुखिय चंदेश्वर प्रसाद ने केस में कहा है कि सात लोगों के सिंडिकेट ने वित्तीय वर्ष 2013-14 के लिए टेंगरारी बाजार शराब की ठेका लिया। इस दुकान का हिसाब-किताब प्रमोद चौधरी के जिम्मे था। इस दुकान को लेकर उसके पास सभी पार्टनरों लगभग 14 लाख रुपये का बकाया है। यही बकाया जब उसने मांगा तो उसके साथ मारपीट की गई। दूसरी ओर हरपुर बक्स निवासी प्रमोद कुमार ने अपने बयान में कहा है कि छठ घाट पर उसके साथ जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए उसे अपमानित किया।
जब वह व उसकी पत्नी ने इसका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई। उसे व उसकी पत्नी को बचाकर पुलिस जब अपनी गाड़ी में ले जा रही थी तो उस पर भी हमला किया गया। उसे गाड़ी से खींचने का प्रयास किया गया। उसने इस मामले में मुखिया चंदेश्वर प्रसाद, अभय कुमार, अरविंद सहनी, भूषण सहनी, अशोक कुमार, संतोष कुमार, संतोष कुमार सहनी, राजू सहनी व अशोक कुमार को नामजद किया है।
घटना के संबंध में सिवाईपट्टी थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा कि रुपये के लेनदेन के विवाद में घटना घटी है। पुलिस गाड़ी पर हमला करने के आरोप में मुखिया के भाई को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।