सांसद बोलीं- अंगीभूत कॉलेज के शिक्षकों को ढ़ाई लाख वेतन और वित्त रहित को अनुदान के लिए लाले, यह गलत है
वित्त रहित शिक्षकों ने वैशाली सांसद और विधान पार्षद दिनेश सिंह के घर का किया घेराव। सांसद वीणा देवी बोलीं कि सरकार की दोहरी नीति शिक्षा के लिए घातक।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बिहार राज्य संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के बैनर तले वित्त रहित शिक्षकों ने आठ सूत्री मांगों को लेकर वैशाली की सांसद वीणा देवी और विधान पार्षद दिनेश सिंह के आवास का घेराव किया। संघ के अध्यक्ष प्रो.पीके शाही के नेतृत्व में 30 से अधिक की संख्या में रहे शिक्षकों ने सांसद वीणा देवी के आवास पर प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने आठ सूत्री मांगों का प्रतिवेदन भी सांसद वीणा देवी और विधान पार्षद को सौंपा।
शिक्षकों ने कहा कि आठ वर्ष से बकाए अनुदान के भुगतान की राशि सरकार जल्द निर्गत करे। वित्त रहित शिक्षकों को वेतनमान सुनिश्चित करे। साथ ही बिहार के सभी वित्त रहित डिग्री कॉलेजों का सरकार अधिग्रहण करे। अध्यक्ष प्रो.पीके शाही ने कहा मांगे पूरी नहीं होने पर पूरे बिहार में आमरण अनशन और धरना प्रदर्शन होगा। कहा कि लॉकडाउन के बाद मिशन पदयात्रा की की शुरुआत होगी। इसमें विभिन्न जिलों से शिक्षक पटना की ओर कूच करेंगे।
सांसद वीणा देवी ने शिक्षकों से कहा कि अंगीभूत कॉलेज के शिक्षकों को ढाई लाख और वित्त रहित कॉलेज के शिक्षकों को अनुदान से वंचित रखने की सरकार की नीति गलत है। कहा कि शिक्षकों की आवाज को संसद में उठाया जाएगा। उन्होंने शिक्षकों के साथ पैदल मार्च में भी शामिल होने की बात कही। विधान पार्षद दिनेश सिंह ने कहा कि वित्त रहित शिक्षकों की मांगें जायज हैं। इसके लिए वे मुख्यमंत्री से आग्रह करेंगे कि शिक्षकों की मांगों पर पुर्नविचार किया जाए। शिक्षक प्रतिनिधि मंडल में प्रो.संत ज्ञानेश्वर, प्रो.दिनेश मिश्रा, डॉ.कमलेश कुमार, प्रो.शरतेदु सिंह, प्रो.धीरेंद्र कुमार सिंह, प्रो.रविशंकर, प्रो.रणविजय सिंह, प्रो.विनय कुमार विपिन, प्रो.विभूति सिंह, डॉ.अरुण कुमार, डॉ.प्रकाश कुमार, प्रो.शैलेंद्र चौधरी, प्रो.प्रमोद कुमार, प्रो.शशि शेखर और डॉ.ललित किशोर मौजूद थे।