शिवहर में रेलमार्ग के लिए पोस्टर के जरिए आंदोलन, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पूरे शहर में लगाया पोस्टर
पोस्टर के जरिए रेलमार्ग की मांग के साथ जनप्रतिनिधियों को जगाने की मुहिम शुरू की गई है। इसके तहत पहले सार्वजनिक वाहनों में पोस्टर लगाए गए। दूसरे चरण में शिवहर शहर और आसपास की प्रमुख सड़क चौक और चौराहों को बड़े-बड़े हार्डिंग बैनर और पोस्टर से पाट दिया गया है।
शिवहर, जासं। सूबे का सबसे छोटा जिला शिवहर अबतक रेलमार्ग से अनजान है। ऐसे में जिले के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने रेलमार्ग के लिए एकबार फिर आंदोलन की शुरूआत की है। हालांकि, इस बार आंदोलन का स्वरूप अलग है। इस बार पोस्टर के जरिए रेलमार्ग की मांग के साथ जनप्रतिनिधियों को जगाने की मुहिम शुरू की गई है। इसके तहत पहले सार्वजनिक वाहनों में पोस्टर लगाए गए। दूसरे चरण में शिवहर शहर और आसपास की प्रमुख सड़क, चौक और चौराहों को बड़े-बड़े हार्डिंग, बैनर और पोस्टर से पाट दिया गया है। जगह- जगह लगाए गए बैनर, पोस्टर और हार्डिंग पर लिखा है -शिवहर को रेल चाहिए। ये बैनर, पोस्टर और हार्डिग इलाके से गुजरते अधिकारी, जनप्रतिनिधि और आम जनता का ध्यान खींच रहे है। संघर्षशील युवा संघर्ष समिति नामक युवाओं की संगठन द्वारा इस मुहिम की शुरूआत की गई है । मुहिम को शिवहर के दर्जनों सामाजिक कार्यकर्ता सहयोग दे रहे है। बताते चलें कि शिवहर में दशकों से रेलमार्ग के निर्माण की मांग उठती रही है। दशकों पूर्व शिवहर में रेलमार्ग के निर्माण के लिए सर्वे का शिलान्यास किया गया था । तब से अबतक योजना अटकी पड़ी है। पिछले पांच साल से हर साल रेल बजट के दौरान शिवहर के लोगों की उम्मीदें लगी रहती है। चुनाव दर चुनाव में भी रेलमार्ग निर्माण के वादे किए गए। लगातार आंदोलन भी किए गए। लेकिन अब तक कोई पहल नहीं हो सकी। पिछले छह महीने से रेलमार्ग निर्माण की मांग को लेकर हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जा रहा है। इन सबके बीच अब सामाजिक कार्यकर्ता मुकुंद प्रकाश मिश्र के नेतृत्व में अब युवाओं ने अलग तरीके से आंदोलन की शुरूआत की है। सामाजिक कार्यकर्ता मुकुंद प्रकाश मिश्रा बताते हैं कि, यह बिहार का पहला जिला हैं, जहां रेलमार्ग नही है। बताते हैं कि, रेलमार्ग के अभाव में शिवहर का विकास रूक गया है।