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पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज में बाघ ने चरवाहों पर किया हमला, जानें फिर क्‍या हुआ... West Champaran News

जिसने भी सुनी बाघ की दहाड़ कांप उठा कलेजा। चरवाहों ने अन्य मवेशियों के साथ भाग कर बचाई जान। दहशत में क्षेत्र के लोग। बाघ के पग मार्क का ट्रैकिंग कर रहे वनकर्मी।

By Murari KumarEdited By: Published: Sat, 16 Nov 2019 07:56 PM (IST)Updated: Sat, 16 Nov 2019 07:56 PM (IST)
पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज में बाघ ने चरवाहों पर किया हमला, जानें फिर क्‍या हुआ... West Champaran News
पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज में बाघ ने चरवाहों पर किया हमला, जानें फिर क्‍या हुआ... West Champaran News

पश्चिम चंपारण, जेएनएन। वीटीआर से निकल कर रिहायशी इलाकों में बाघ की चहलकदमी पर रोक नहीं लग सकी। जंगल से लगे गौनाहा क्षेत्र के लोग बाघ के आतंक से अभी उबर भी ना पाए थे कि अब बाघ नरकटियागंज के मनियारी गांव के पास पहुंच गया है। शुक्रवार की शाम मनियारी गांव के पास मनियारी नदी पुल पास मवेशियों और चरवाहों पर हमला कर दिया। इस क्रम में बाघ ने एक गाय को मार डाला है। हालांकि कई अन्य मवेशियों के साथ भागकर चरवाहे अपनी जान बचा पाए।

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गाय को मार डाला

बताया जाता है कि परसोतीपुर गांव निवासी जवाहिर यादव का पुत्र परमेश्वर यादव गायों को लेकर पुल के उत्तर सरेह में चरा रहा था। नदी के तटीय क्षेत्र में झाडिय़ां अधिक उगने के कारण उन्हें मवेशियों को चराना आसान होता है। इसी नदी, गन्ना और झाडिय़ों से होकर बाघ भी कुकरा पंचायत क्षेत्र में पहुंच गया। जैसे ही बाघ की दहाड़ सुनी। चरवाहे मवेशियों को लेकर भागने लगे। इसी बीच एक गाय उसकी चपेट में आ गई और बाघ ने उसे  मार डाला।

लोगों ने कहा- वन विभाग की है लापरवाही

लोगों का कहना है कि वन विभाग लापरवाही बरत रहा है। जंगल से निकल कर ऐसे हिंसक पशु रिहायशी इलाकों दाखिल हो रहे है। लेकिन उन्हें जंगल की ओर मोडऩे के लिए समुचित प्रयास नहीं किया जा रहा। इस वजह लोगों ने खेत खलिहानों की ओर जाना छोड़ दिया है। शाम के बाद से तो जंगल के समीपवर्ती गांव के लोगों में हमेशा बाघ का भय बना रहता है। मनियारी गांव निवासी सुजीत कुमार कुशवाहा ने बताया कि मनियारी, कुकुरा, परसोतीपुर समेत आस-पास के गांवों में काफी दहशत है। जंगल से करीब पंद्रह किलोमीटर दूर मनियारी के आसपास बाघ की चहलकदमी से लोग भयभीत हैं।

 उधर, फॉरेस्टर प्रमोद चौधरी ने घटना के संबंध में बताया कि बाघ का पगमार्क ट्रेकिंग कर लिया गया है। हमारी टीम सुबह से यहां पर तैनात है ताकि कोई अप्रिय घटना नहीं हो। बाघ के द्वारा जिस गाय को मारा गया है उस पीडि़त पशुपालक को मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह बात सत्य है कि बाघ ने गाय को दौड़ा कर शिकार किया है। यहां पर ज्यादा झाड़ी होने की वजह आशंका है कि बाघ आसपास ही होगा। इसलिए उस पर नजर रखी जा रही है। 


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