पूर्व कुलपति डॉ.वीरेंद्र नाथ पांडेय के निधन पर शोक, बताया शिक्षा जगत के लिए अपूरणीय क्षति
बिहार की कला-संस्कृति व शिक्षा के संवद्र्धन में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। चंपारण सांस्कृतिक महोत्सव के वे संस्थापक रहे।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मगध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. वीरेंद्र नाथ पांडेय नहीं रहे। उनके निधन की सूचना मिलने पर शोक की लहर है। निधन पर शोक प्रकट करते हुए बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ.रवींद्र कुमार 'रविÓ ने इसे अपूरणीय क्षति बताया है। उन्होंने कहा है कि बिहार की कला-संस्कृति व शिक्षा के संवद्र्धन में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। चंपारण सांस्कृतिक महोत्सव के वे संस्थापक रहे। भारत-नेपाल संबंध विषय पर उनकी अच्छी पकड़ थी। उनके निधन पर सांसद अजय निषाद, नेपाल वीरगंज के सांसद प्रदीप यादव, चाणक्य विद्यापति सोसायटी के अध्यक्ष पंडित विनय पाठक, संरक्षक शंभुनाथ चौबे, आध्यात्मिक गुरु कमलापति त्रिपाठी प्रमोद, भाजपा नेता केशव चौबे, विश्वविद्यालय पुस्तकालाध्यक्ष डॉ. कौशल किशोर चौधरी, परीक्षा नियंत्रक डॉ.मनोज कुमार, प्रो.मंजरी वर्मा, डीएवी खबड़ा के प्राचार्य एमके झा आदि ने शोक प्रकट करते हुए उनके निधन को शिक्षा जगत की अपूरणीय क्षति बताया।
विवेकानंद जयंती पर रंगोली व पोस्टर प्रतियोगिता
एमडीडीएम कॉलेज में युवा सप्ताह के पहले दिन पोस्टर और रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनुराधा सिंह ने किया। प्राचार्य डॉ. कनुप्रिया सहित राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
बच्चों के बीच बांटी पाठ्य सामाग्री
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मुजफ्फरपुर की ओर से युवा सप्ताह पर चंद्रलोक चौक स्थित सेवा बस्ती में संचालित बाल संस्कार केंद्र पर बच्चोंं के बीच पाठ्य सामग्री का वितरण हुआ। इस मौके पर अजीत उपाध्याय, प्रिंस कुमार, अर्जुन गुप्ता, आदित्य कुमार, जीतेंद्र राम , सुरुचि कुमारी चंद्रभानु सिंह, श्रीनिवास प्रभात मिश्रा, प्रशांत गौतम, रणविजय नारायण सिंह, काजल आदि शामिल हुए।