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Samastipur Coronavirus Update: समस्तीपुर में रोजाना दो फीसद से अधिक बच्चे हो रहे कोरोना संक्रमित

पिछले 10 दिनों के आंकड़ों में समस्तीपुर व सिंघिया प्रखंड में मिले सर्वाधिक मामले। अधिकतर मामलों में माता-पिता या स्वजन के संक्रमित होने से ही बच्चे हुए पॉजिटिव। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक रहने से जल्दी हो रहे रिकवर।

By Murari KumarEdited By: Published: Sat, 05 Jun 2021 05:35 PM (IST)Updated: Sat, 05 Jun 2021 05:35 PM (IST)
Samastipur Coronavirus Update: समस्तीपुर में रोजाना दो फीसद से अधिक बच्चे हो रहे कोरोना संक्रमित
समस्तीपुर में रोजाना दो फीसद से अधिक बच्चे हो रहे कोरोना संक्रमित।

समस्तीपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना की दूसरी लहर में बच्चे भी कोरोना संक्रमित होने लगे हैं। कुछ ही समय में दो से 15 वर्ष तक के बच्चों में संक्रमण के नये मामले सामने आये हैं। समस्तीपुर में बीते 21 मई से दो जून तक 54 बच्चे संक्रमित हुए हैं। इसमें समस्तीपुर व सिंघिया प्रखंड में सर्वाधिक मामले हैं। इनके अलावा मोरवा, मोहिउद्दीनगर, विद्यापतिनगर, हसनपुर, पूसा, कल्याणपुर, ताजपुर, उजियारपुर, रोसड़ा और पटोरी में भी मामले सामने आए हैं। अधिकतर मामलों में माता-पिता या स्वजन के संक्रमित होने से ही वे पॉजिटिव हुए हैं। इन दिनों रोजाना औसतन संक्रमित मरीजों में दो फीसद बच्चे हैं, जिनकी उम्र 15 साल से कम है। अभी जिले में हर रोज औसतन 40 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं।

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बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक रहने से जल्दी हो रहे रिकवर

समस्तीपुर सदर अस्पताल में कार्यरत शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. नागमणि राज बताते हैं कि कोरोना संक्रमित बच्चों में सर्दी, जुकाम, खांसी व बुखार आदि लक्षण दिखाई दे रहे हैं। लक्षणों के आधार पर ही दवा दी जा रही है, इससे वे संक्रमण मुक्त हो रहे हैं। चिकित्सक बताते हैं कि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता ठीक होती है, इसलिए वे जल्दी रिकवर हो जाते हैं। कई कोरोना पॉजिटिव बच्चों में लक्षण नहीं मिलने के पीछे रोग प्रतिरोधक क्षमता का बेहतर होना भी एक कारण है। चिकित्सक बताते हैं कि बच्चा मां का दूध पीता है तो उसे संपूर्ण आहार मिलता है। वे कोमार्बिट नहीं हैं, अर्थात उनमें डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी अन्य समस्याएं नहीं हैं, इसीलिए उनकी रिकवरी क्षमता वयस्कों की तुलना में ज्यादा है। होम आइसोलेशन में ही रखकर उनका इलाज किया जा रहा है।

इन प्रखंडों में इतने बच्चे का रिपोर्ट मिला पॉजिटिव

समस्तीपुर व सिंघिया प्रखंड में सबसे अधिक 7-7 बच्चे संक्रमित मिले है। इसके अलावा शिवाजीनगर में 6, बिथान में 5, वारिसनगर में 4, उजियारपुर, सरायरंजन, मोहिउद्दीनगर व मोहनपुर में 3-3, ताजपुर, रोसड़ा, हसनपुर व विद्यापतिनगर में 2-2, पूसा, समस्तीपुर शहरी, पटोरी, कल्याणपुर व मोरवा में 1-1 संक्रमित बच्चे मिले है।

बच्चों पर संभावित खतरा को लेकर टास्क फोर्स गठित

कोविड-19 के कारण बच्चों पर होने वाले संभावित खतरा को देखते हुए जिला स्तर पर बच्चों के इलाज हेतु टास्क फोर्स का गठन किया गया है। जिला पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में सिविल सर्जन ने सदर अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. नागमणि को टीम का संयोजक नामित किया है। इसमें बच्चों को यदि कोविड होता है तो उसके लिए आवश्यक प्रोटोकॉल, दवाओं एवं उपकरण का निर्धारण करने को कहा गया है। जिला स्तर पर सरकारी एवं निजी में उपलब्ध सुविधा का आकलन करने को भी कहा गया है। चाइल्ड डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर के लिए भवन का चयन करने पर भी जोर दिया जा रहा है। बच्चों में संभावित खतरा को देखते हुए व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है। इसमें उप विकास आयुक्त संजय कुमार को वरीय प्रभारी पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता शिवानी शुभम को प्रशासनिक पदाधिकारी, सामाजिक सुरक्षा कोषांग की सहायक निदेशक गायत्री कुमारी, सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. विभाष रंजन, डॉ. निशांत को सदस्य मनोनित किया गया है।


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