पूर्वी चंपारण के रक्सौल में बदमाशों ने व्यवसायी के घर पर फेंका बम, जांच में जुटी पुलिस
East Champaran News रक्सौल के छौड़ादानो स्थानीय जनता चौक की घटना। मामला भूमि विवाद से सम्बंधित घर के बाहर फटा था एक बम। एक जिंदा सुतली बम छत से बरामद थानाध्यक्ष ने कहा- विरोधियों को फसाने के उद्देश्य से बनाया गया फर्जी मामला।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। रक्सौल के छौड़ादानो स्थानीय जनता चौक के मीठा व्यवसायी बृजकिशोर प्रसाद एवं उनके भतीजे पिंटू कुमार के घर पर सोमवार की रात अज्ञात अपराधियों ने दो बम फेंके और गोली चलाईl घटना रात करीब साढ़े ग्यारह बजे की है। मामले में पिंटू कुमार ने बताया कि सोमवार की रात वे लोग अपने घर में सोये हुए थे। रात करीब साढ़े ग्यारह बजे दरवाजे पर गोली चलने की आवाज सुनकर वे लोग जगे। थोड़ी देर बाद उनलोगों ने अगल-बगल के लोगों को जगाया और देखा तो घर के बाहर एक सुतली बम फटा हुआ था। छत पर जाकर देखा तो एक जिंदा सुतली बम वहां भी पड़ा हुआ था।
घटना की सूचना उनलोगों ने तत्काल दूरभाष पर पुलिस को दी। बताया कि इससे पूर्व सोमवार को दिन में जब बृजकिशोर प्रसाद अपने घर के टूटे पिछले हिस्से का पुनर्निर्माण कर रहे थे तब कुछ लोगों से विवाद हुआ था। उनलोगों ने गाली-गलौज करते हुए पूरे परिवार को उड़ा देने की धमकी दी थी। बताया कि सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद उनके चाचा बृजकिशोर प्रसाद को अपने साथ थाने ले गयी। जहां उनपर फर्जी मामला बनाने का आरोप लगाते हुए उन्हें थाने में रोक लिया। जिन्हें बाद में बॉण्ड भरवाने के बाद मंगलवार को छोड़ा गया। मामले में पिंटू कुमार ने पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाया है।
वहीं घटना की बाबत थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह का कहना है कि मामला भूमि विवाद से जुड़ा है। ग्यारह वर्षों से मामला कोर्ट में लम्बित है। विवादित भूमि पर किसी प्रकार के निर्माण कार्य पर रोक है। इसके बावजूद बृजकिशोर प्रसाद द्वारा निर्माण कार्य किया जा रहा था। जिसको लेकर दिन में दूसरे पक्ष से तू- तू मैं-मैं हुई। घटनास्थल के निरीक्षण से लगता है कि विरोधियों को फंसाने के उद्देश्य से फर्जी मामला बनाया गया है। क्योंकि बृजकिशोर प्रसाद ने पुलिस से झूठ बोला कि उसे गोली लगी है। इसलिए उनसे गहराई से पूछताछ के लिए थाने में रोका गया था। सुतली बम भी विवादित घर के छत पर किसी द्वारा लाकर रखा गया है। पुलिस मामले को गंभीरता से छानबीन कर रही हैं।