West Champaran: आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए नाबालिग प्रेमी युगल, अब कभी नहीं मिलने की ली कसम, पंचायत का फैसला हैरान करने वाला
पंचायती में मानवता को तार- तार करने वाली सजा के बाद दोनों को मुक्त कर दिया गया। यह घटना इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि घटना की अधिकारिक पुष्टि नहीं हो रही है। लेकिन दबी जुबान से सभी इस बात को स्वीकार रहे हैं।
पश्चिम चंपारण, जासं। पुरुषोत्तमपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में रविवार की रात को आपत्तिजनक स्थिति में ग्रामीणों ने नाबालिग प्रेमी युगल को पकड़ लिया। पहले दोनों की जमकर धुनाई की। फिर सोमवार की सुबह में गांव में पंचायती हुई। पंचायती में मानवता को तार- तार करने वाली सजा के बाद दोनों को मुक्त कर दिया गया। यह घटना इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि घटना की अधिकारिक पुष्टि नहीं हो रही है। लेकिन दबी जुबान से सभी इस बात को स्वीकार रहे हैं। मामला यह है कि नाबालिग प्रेमी युगल दोनों अलग- अलग जाति के हैं। इनके प्रेम कहानी की चर्चे गांव के युवाओं में कुछ दिनों से चल रही थी। रविवार की रात में लड़का लड़की के घर आ गया था। तभी गांव के युवाओं ने दोनों को पकड़ लिया। पहले जमकर धुनाई की। फिर सोमवार की सबुह पंचायत बैठी। यह पंचायत लड़की के जाति के लोगों की थी। उसमें दोनों को पांच- पांच चप्पल मारने की सजा सुनाइ्र गई। सरेआम लड़का- लड़की एक - दूसरे को पांच- पांच चप्पल मारे। इसके अतिरिक्त कई तरह की प्रताड़ना दोनों को दी गई। लड़का- लड़की ने फिर कभी नहीं मिलने की कसम ली। उसके बाद दोनों को मुक्त किया गया। मामले में पुरुषोत्तमपुर के थानाध्यक्ष कैलाश कुमार ने बताया कि ऐसी सूचना अभी तक नहीं मिली है ।पीड़ित के द्वारा अगर शिकायत की जाती है तो निश्चित कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी कानून को हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।
दुष्कर्म व गर्भपात मामले में फरार विकास चढ़ा पुलिस के हत्थे
बगहा। धनहा थाने की पुलिस ने युवती से दुष्कर्म व गर्भपात मामले में फरार चल रहे घघवा निवासी विकास कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया है। जिसे रविवार को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत भेज दिया गया। थानाध्यक्ष मुन्ना कुमार ने बताया कि धनहा थाने में एक युवती के द्वारा प्राथमिकी संख्या 84/21 दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि उसके साथ रूपही निवासी वीरेंद्र गुप्ता उसके घर के पास गोदाम में आता जाता था। उसी क्रम में उसके घर भी आने जाने लगा। इस बीच उसने जबरन उसके साथ दुष्कर्म किया और कहा कि वह उससे शादी करेगा। लेकिन जब वह गर्भवती हो गई तो वीरेंद्र उसे घुसरी निवासी विकास कुशवाहा के घर ले गया और वहीं उसका गर्भपात करा दिया। उसके बाद मुडाडीह निवासी मुक्ति कुशवाहा के घर दस दिनों तक जबरन बंधक बना कर रखा गया। फिर स्थानीय लोगों के सहयोग से से उसे मुक्त कराया गया था। थानाध्यक्ष मुन्ना कुमार ने बताया कि इस मामले में फरार वीरेंद्र गुप्ता व मुक्ति कुशवाहा की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।