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पोषाहार पर हर साल खर्च हो रहे लाखों, बच्चे फिर भी वंचित Muzaffarpur News

आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार में अनियमितता राशि में चल रहा खेल। अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्रों पर कागज पर ही पोषाहार बंट रहा है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sun, 01 Sep 2019 08:35 AM (IST)Updated: Sun, 01 Sep 2019 08:35 AM (IST)
पोषाहार पर हर साल खर्च हो रहे लाखों, बच्चे फिर भी वंचित Muzaffarpur News
पोषाहार पर हर साल खर्च हो रहे लाखों, बच्चे फिर भी वंचित Muzaffarpur News

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। नौनिहालों को कुपोषण से बचाने के लिए खर्च होने वाले लाखों रुपये विभाग खर्च कर रहा है। मगर अधिकतर बच्चे इससे वंचित हैं। अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्रों पर कागज पर ही पोषाहार बंट रहा है। बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए केंद्रों पर पोषाहार देने का प्रावधान है। बेहतर स्वास्थ्य को लेकर हर दिन का अलग-अलग मेन्यू तैयार किया गया है। इस पर लाखों रुपये खर्च भी हो रहे हैं, मगर पोषाहार कागजों तक ही सिमट कर रह गया है। गर्भवती एवं धातृ महिलाओं को पौष्टिक आहार देने के नाम पर भी काफी धन खर्च हो रहा है। मगर यह भी इससे वंचित है। विडंबना ये है कि उसके बाद भी कई महिला पर्यवेक्षिका एवं सीडीपीओ की जांच में ऑल इज वेल हो जाता है। पिछले दिनों डीपीओ ललिता कुमारी द्वारा की गई जांच में कई केंद्र बंद पाए गए थे। वहीं कई केंद्रों पर बच्चे या तो नदारद थे या मौजूद ही नहीं थे। इस बारे में आइसीडीएस की डीपीओ ललिता कुमारी ने कहा कि नियमित पोषाहार को लेकर आंगनबाड़ी केंद्रों की लगातार जांच कराई जा रही है। गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई भी की जा रही है

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बच्चों के पोषाहार

सोमवार : खिचड़ी

मंगलवार : पुलाव

बुधवार : खिचड़ी, दूध

गुरुवार : हलवा

शुक्रवार : रसियाव, अंडा

शनिवार : खिचड़ी

टेक होम राशन (हर महीने)

- छह माह से तीन वर्ष तक के कुपोषित बच्चों को ढाई किलो चावल व सवा किलो दाल।

- अतिकुपोषित को तीन किलो 750 ग्राम चावल व एक किलो 750 दाल।

- गर्भवती व धातृ महिला को साढ़े तीन किलो चावल व डेढ़ किलो दाल।

- गर्भवती व प्रसूता महिलाओं में अंडा खाने वाली को सात अंडे मिलने का प्रावधान है।

- अंडा नहीं खाने वाली को सोयाबड़ी मिलेगी।

- छह माह से तीन साल के बच्चे जो अंडा खाते हैं, उन्हें 8 हर महीना अंडा देना है।

- अंडा नहीं खाने वाले बच्चों को सोयाबड़ी मिलेगी।

पोषाहार का मानक

- छह से 72 माह के बच्चे को कैलोरी 500 व प्रोटीन 12-15 ग्राम।

- अतिकुपोषित छह से 72 माह के बच्चे को कैलोरी 800 व प्रोटीन 20-25 ग्राम।

- गर्भवती व धातृ महिलाओं को कैलोरी 600 व प्रोटीन 18-20 ग्राम।

पोषाहर पर खर्च

-छह से 72 माह के बच्चे के लिए आठ रुपया प्रत्येक दिन।

-अतिकुपोषित छह से 72 माह के बच्चे के लिए 10 रुपये।

-गर्भवती व धातृ महिलाओं के लिए नौ रुपये।


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