बगहा एक के पीएचसी में नहीं होता मरीजों का इलाज, परेशानी झेलने की विवशता
बगहा एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सिर्फ योजनाओं की होती मॉनीटरिंग। कई दशकों से किसी भी मरीज का नहीं हो रहा इलाज। इस पीएचसी में लोगों ने जाना कर दिया बंद।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। सरकार निश्शुल्क स्वास्थ जांच के साथ साथ इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने को प्रयासरत है। इसके लिए नगर सहित क्षेत्र में पीएचसी, रेफरल अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल की स्थापना की गई है। प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षित अभियान, आयुष्मान भारत योजना, एचआईवी जांच, टीबी जांच आदि योजनाएं चल रही हैं। इन योजनाओं के संचालन के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। लेकिन इन सब के बीच बगहा में एक ऐसा पीएचसी भी है जहां मरीजों का इलाज नहीं होता है। बात अनुमंडलीय अस्पताल परिसर में अवस्थित बगहा एक पीएचसी की हो रही है। जहां कई दशकों से किसी भी मरीज का इलाज नहीं होता है।
कोई भी इस पीएचसी में जाता भी नहीं है। इसमें केवल टीकाकरण के साथ विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं का संचालन किया जाता है। बगहा के पूर्व विधायक प्रभात रंजन सिंह ने विधान सभा के सत्र में आवाज उठाते हुए पीएचसी को स्थानांतरित करने की मांग की थी। विभाग को पत्राचार किया गया। जिसके बाद भैरोगंज क्षेत्र के दर्जनों गांव के लोगों में यह बड़ी प्रसन्नता थी। लेकिन कई वर्ष गुजर जाने के बाद भी आज तक पीएचसी का स्थानांतरण नहीं हो सका है।
यहां किसी मरीज का इलाज नहीं होता है। पीएचसी का स्थानांतरण होता तो लाखों की आबादी को फायदा पहुंचता, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका है। आज भी यह पीएचसी सफेद हाथी सिद्ध हो रहा है। लोकसभा चुनाव में भैरोगंज क्षेत्र की जनता इसका हिसाब पूछेगी।
कहते हैं लोग
प्रखंड बगहा एक प्रखंड के नड्डा के पूर्व मुखिया सह समाजसेवी महेश्वर सिंह, पूर्व मुखिया बसंत सिंह, पंचायत राज कोल्हुआ चौतरवा के पूर्व उप मुखिया अफरोज आलम, रविंद्र श्रीवास्तव, भैसहीं पाडऱखाप के पूर्व मुखिया प्रेम चंद्र तिवारी, मनोज तिवारी, भैरोगंज के जितेंद्र सिंह आदि कहते हैं कि भैरोगंज दर्जनों गांवों के केंद्र में अवस्थित है। इस लिए पूर्व यहां पीएचसी की स्थापना होने से लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने लगेंगी।
इस चुनाव में यहां वोट के लिए आने वाले प्रत्याशियों से बगहा एक पीएचसी को स्थानांतरित करने के लिए मांग हम लोग करेंगे। वहीं, बगहा एक के पीएचसी प्रभारी डॉ. एसएन महतो ने कहा कि विभागीय आदेश के आलोक में पीएचसी को शिफ्ट किया जाएगा। फिलहाल ऐसा कोई आदेश नहीं आया है। वर्तमान समय में योजनाओं की मॉनीटरिंग यहां से की जाती है।