Nirbhaya Justice: उत्तर बिहार में निर्भया जैसी कई पीड़िताओं और उनके स्वजनों को न्याय का इंतजार
Nirbhaya got justice उत्तर बिहार में पीडि़ता और उनके स्वजन कोर्ट में हाजिर होते रहे लेकिन न्याय के लिए हर बार बढ़ती गई तारीख।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। निर्भया के दोषियों को तो आज सुबह दिल्ली में फांसी दे दी गई। लेकिन उत्तर बिहार में निर्भया जैसी कई और पीडि़ता भी हैं, उन्हें और उनके स्वजनों को न्याय का इंतजार है। अदालत में समय पर उपस्थिति होती है, लेकिन तारीख बढ़ती चली जाती। ऐ्रसे मेें पीडि़ता और उनके स्वजनों के जेहन में एक ही बात रहती, आखिर कब मिलेगा इंसाफ...।
समस्तीपुर में अभी तक अनसुलझा मामला
समस्तीपुर में सितंबर, 2019 में विभूतिपुर में सामूहिक दुष्कर्म के बाद वीडियो वायरल करने का मामला हो या वारिसनगर में दुष्कर्म के बाद हत्या का, अभी तक अनसुलझा है। बीते साल चार दिसंबर को वारिसनगर में विवाहिता की जली हुई लाश खेत में मिली थी। न्याय तो दूर, मृतका की पहचान तक नहीं हुई। फॉरेंसिक रिपोर्ट भी नहीं मिली। दलसिंहसराय में एक अधेड़ महिला की दुष्कर्म के बाद गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। इस साल जनवरी की इस घटना के बाद स्वजन आज तक अनमुंडल कोर्ट का चक्कर काट रहे। एडीजे कोर्ट में सिर्फ ट्रायल ही चल रहा। समस्तीपुर में धारा 376 के 200 से ज्यादा मामलों में ट्रायल चल रहा।
पश्चिम चंपारण में 205 मामले में न्याय का इंतजार
इसी तरह पश्चिम चंपारण में वर्ष 2012 से नवंबर 2019 तक दुष्कर्म के 205 मामले दर्ज किए गए। इनमें से ज्यादातर मामले में पुलिस के अनुसंधान में दुष्कर्म की घटना की पुष्टि नहीं हो सकी है। 15 फरवरी 2015 से फरवरी 2020 तक पॉक्सो के तहत कुल 576 मामले दर्ज हुए है, इनमें 484 मामले का विचारण शुरू हो गया है।
पूर्वी चंपारण में 236 मामले लंबित
पूर्वी चम्पारण जिले में विगत पांच वर्षों में पांच दर्जन से अधिक वाद निष्पादित किए गए। वहीं दो दर्जन से अधिक अभियुक्त सजा पाकर सलाखों में कैद हंै। यहां फरवरी 2020 तक 236 मामले लंबित हैं।
दरभंगा में 225 मामले
दरभंगा में पॉक्सो एक्ट से संबंधित मामलों के निष्पादन के लिए एडीजे प्रथम को विशेष न्यायालय अधिसूचित किया गया है। फरवरी 2020 तक इस न्यायालय में निर्णय के लिए 225 मामले लंबित हैं। इन आंकड़ों के अतिरिक्त विभिन्न थानों में तकरीबन 80 से अधिक मामले अनुसंधान तले दबे पड़े हैं।
मुजफ्फरपुर में 75 मामले
मुजफ्फरपुर में बीते साल दुष्कर्म के 75 मामले दर्ज किए गए। इनमें से अधिकतर मामलों में पुलिस की तरफ से आरोपितों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। लेकिन अब तक किसी को इंसाफ नहीं मिला है। बगहा पुलिस जिले में भी आधा दर्जन मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं।
मधुबनी में दो सौ से अधिक मामले
व्यवहार न्यायालय मधुबनी में लगभग दो सौ पॉक्सो एक्ट के तहत और सौ से अधिक दुष्कर्म के मामले लंबित हैं। एक मामले में तो दुष्कर्म पीडि़ता की मां अपनी पुत्री को न्याय मिलने की आस में विक्षिप्त हो गई है। बचाव पक्ष के अधिवक्ता द्वारा पीडि़ता की मां की गवाही कराने का आवेदन देकर मामले को लटका दिया गया है। लोक अभियोजक राजेन्द्र राय ने प्रथम एडीजे को पीडि़ता की मां की दिमागी हालत को खराब बताते हुए अन्य सभी गवाही पूर्ण होने के आधार पर जजमेंट की अपील की है।