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East Champaran: दिल्ली-काठमांडू को जोड़ने वाला मुख्य पथ बना बस पड़ाव, जाम की समस्या से परेशान रहते लोग

East Champaran करीब 40 वर्ष बाद भी सरकार ने नहीं किया बस स्टैंड के लिए भूमि का अधिग्रहण। रक्सौल का चौक-चौराहा बना बस स्टैंड। बस स्टैंड के लिए भाड़े पर ली पूर्व विधायक की निजी जमीन भाड़े के रूप में नगर परिषद को देना पड़ता लाखों रुपये।

By Murari KumarEdited By: Published: Mon, 11 Jan 2021 01:46 PM (IST)Updated: Mon, 11 Jan 2021 01:46 PM (IST)
East Champaran: दिल्ली-काठमांडू को जोड़ने वाला मुख्य पथ बना बस पड़ाव, जाम की समस्या से परेशान रहते लोग
रक्सौल दिल्ली-काठमांडू को जोड़ने वाली मुख्यपथ स्टेशन रोड रेलवे क्रासिंग के समीप बसों के बीच फंसा पुलिस गस्ती वाहन

रक्सौल (पूर्वी चंपारण), जासं। दिल्ली-काठमांडू को जोड़ने वाला मुख्य पथ बना बस पड़ाव। नेपाल के सीमावर्ती अनुमंडल के स्थापना के  चार दशक के बाद भी अपना बस पड़ाव नहीं है। जिससे अंतरराष्ट्रीय  महत्व के इस शहर के विभिन्न चौक  चौराहे और सड़क ही बस पड़ाव बन गए है। इस कारण जाम समस्या और देशी-विदेशी पर्यटकों के वाहन यत्र-तत्र जाम में फंसे दिखते है। शहर का विकास भगवान भरोसे चल रहा है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। रक्सौल नगर परिषद के पास शहर को आधुनिक तरीके से विकास करने की कोई योजना नहीं है। नगर परिषद वाले इस शहर में बुनियादी सुविधा  का घोर अभाव है। इस शहर को आजतक अपना बस पड़ाव नहीं हो सका है। टैम्पू, तांगा और रिक्शा पड़ाव भी नहीं है। 

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 बस पड़ाव के लिए नगर परिषद ने आदापुर के पूर्व विधायक श्यामबिहारी प्रसाद का निजी भूमि भाड़े पर लिया है। जिसका प्रत्येक वर्ष लाखों रुपया भाड़ा देना पड़ता है। इसके बावजूद मुख्य पथ पर, कोइरिया टोला नहर चौक पर निजी और बिहार राज्य पथ पड़ाव बसों का पड़ाव है। बस के कर्मी काफी दबंग है। स्थानीय प्रतिष्ठान चालक और युवक जब सड़क पर बस लगाने का विरोध करते है तब स्थिति मारपीट की बन जाती है। जिससे स्थानीय लोग उलझन नहीं चाहते है। दबंग बस संचालको के पहुंच औऱ पैरवी के कारण स्थानीय प्रशासन भी मौन रहती है। अनुमंडल के  स्थापना के करीब चालीस वर्ष बाद भी बस पड़ाव के लिए सरकार ने भूमि का  अधिग्रहण नहीं किया है। जबकि इंडो-नेपाल बार्डर के इस अनुमंडल से जिला मुख्यालय मोतिहारी, बेतिया, मुजफ्फरपुर, पटना, रांची, बगहा आदि के लिये सड़क मार्ग ही सबसे सुगम मार्ग है।

रक्सौल में इन-इन स्थलों पर है बस और टैक्सी पड़ाव 

रक्सौल शहर में नगर परिषद द्वारा घोड़ासहन नहर पथ पर बस पड़ाव के लिए लीज पर जमीन लिया गया है। इसके बावजूद स्टेशन रोड चौराहा पर दिल्ली-काठमांडू को जोड़ने वाला  मुख्य पथ बस पड़ाव के रूप में प्रयोग हो रहा है। इसके अलावे घोड़ासहन नहर चौक पर सरस्वती विद्या मंदिर, ब्लॉक रोड, कौड़िहार चौक पर अवैध रूप से टैक्सी स्टैंड बना हुआ है।


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