लीची भले ही बाजार में बिकने लगी हो, अभी खाने से परहेज करने में ही बुद्धिमानी, जानिए वजह
Lychee is not sweet yet उद्यान विभाग के सहायक निदेशक ने 50 से अधिक बागों के निरीक्षण के दौरान पाया कि फल पूरी नहीं पका है। अभी इसमें खट्टापन है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मौसम और लॉकडाउन की मार से बचते-बचाते लीची अब दुकानों तक पहुंच गई है। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर यह बिकने लगी है। लेकिन, अभी इसे नहीं खाने में ही बुद्धिमानी है।
दरअसल, मंगलवार को सहायक निदेशक उद्यान अरुण कुमार ने जिले के 50 से अधिक लीची बाग का निरीक्षण किया। साथ ही फल की जांच की। इसमें पाया कि फल पूरी तरह तैयार नहीं है। फल में मिठास नहीं है। फल अभी खट्टे हैं। ऐसे में इसके पकने का इंतजार करना ही बेहतर होगा। समय पूर्व खाने में इसका पूरा स्वाद नहीं आएगा।
दो से तीन दिन का इंतजार
इस वजह से होम डिलीवरी के लिए लोगों का इंतजार और बढ़ गया है। लीची के खट्टेपन के कारण उद्यान विभाग ने होम डिलीवरी की मियाद बढ़ा दी गई है। अब फल के पूरी तरह पकने के बाद ही इसकी होम डिलीवरी की जाएगी। इसमें दो से तीन दिन लग सकता है। मंगलवार को सहायक निदेशक उद्यान अरुण कुमार ने जिले के 50 से अधिक लीची बाग का निरीक्षण किया। साथ ही फल की जांच की। इसमें पाया कि फल पूरी तरह तैयार नहीं है। फल में मिठास नहीं आई है। फल अभी खट्टा हैं। लिहाजा, तत्काल होम डिलीवरी को टाल दिया गया। सहायक निदेशक उद्यान अरुण कुमार ने बताया कि फल पका नहीं है। ऐसे में खट्टे फल की होम डिलीवरी से बदनामी होती। होम डिलीवरी को तत्काल रोक दिया गया है। दो- तीन दिन में जब फल पूरी तरह तैयार हो जाएगा, तब इसकी होम डिलीवरी की जाएगी।
वेबसाइट पर ऑनलाइन ऑर्डर
बताते चलें कि लॉकडाउन के चलते लीची को बाजार उपलब्ध कराने के लिए बिहार राज्य बागवानी मिशन ने डाकघर के साथ करार किया था। इसके तहत लोगों को उद्यान विभाग के वेबसाइट पर ऑनलाइन ऑर्डर देना था। इसके आधार पर डाक विभाग फार्मर्स प्रोड्यूसर्स कम्पनी के माध्यम से लोगों के घरों तक लीची की होम डिलीवरी करेगी। लीची की होम डिलीवरी के बाद उपभोक्ता डिजिटल पेमेंट या कैश पेमेंट करेंगे। सरकार की इस पहल को जबरदस्त रिस्पांस मिला था। बड़ी संख्या में लोगों ने ऑनलाइन ऑर्डर दिया था। पूर्व में 25 मई से होम डिलीवरी की घोषणा की गई थी जिसे बढ़ा कर 26 मई कर दिया गया था। लेकिन, फल के पूरी तरह तैयार नहीं होने के चलते होम डिलीवरी को अब दो- तीन दिनों के लिए टाल दिया गया है।