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Labour Day 2020: एलएस कॉलेज के विद्यार्थियों ने किसानों के दर्द को शॉर्ट फिल्म से उकेरा, देखिए 'खेती बाड़ी' में...

एलएस कॉलेज के विद्यार्थियों ने बनाया शॉर्ट फिल्म। इसमें किसानों के दर्द को उकेरा गया है। मजदूर दिवस के मौके पर यू-ट्युब व अन्य सोशल मीडिया पर किया प्रसारित।

By Murari KumarEdited By: Published: Fri, 01 May 2020 02:11 PM (IST)Updated: Fri, 01 May 2020 02:11 PM (IST)
Labour Day 2020: एलएस कॉलेज के विद्यार्थियों ने किसानों के दर्द को शॉर्ट फिल्म से उकेरा, देखिए 'खेती बाड़ी' में...
Labour Day 2020: एलएस कॉलेज के विद्यार्थियों ने किसानों के दर्द को शॉर्ट फिल्म से उकेरा, देखिए 'खेती बाड़ी' में...

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मौसम की मार, किसानों की दुर्दशा और इसके बाद दूसरे शहरों की ओर पलायन की मजबूरी। नई पीढ़ी का खेती की ओर झुकाव और लगातार फसलों को खून-पसीना से सींचने के बाद भी महाजन का कर्ज तक नहीं चुका पाना। किसानों की गुरबत और मिट्टी से प्रेम की दास्तां को एलएस कॉलेज के विद्यार्थियों ने शॉर्ट फिल्म के माध्यम से उकेरा है। हिंदी और वज्जिका की मिली-जुली चासनी में डुबी इस फिल्म में एक किसान के जिद और मिट्टी से प्रेम को दिखाया गया है।

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 यह तीन दोस्तों की कहानी पर केंद्रित है। खेती करने की सोच तीनों जीतोड़ मेहनत करते हैं पर लगातार घाटा होने के बाद दो दोस्त बीच में ही उसे छोड़ बाहर चले जाते हैं पर तीसरा खेती में लगा रहता है। धीरे-धीरे कर्ज बढ़ता जाता है और अंत में महाजन कर्ज के पैसे के बदले जमीन दे देने के लिए कहता है तो किसान का फूट-फूट कर रोता है और कहता है कि जिस मिट्टी में बचपन और जवानी बीत गई अब उसे छीनने के भय से लग रहा जैसे किसी ने शरीर का अंग मांग लिया हो। वह कहता है कि काश इस मिट्टी से मोहब्बत करने वाले मिट्टी खाकर अपना पेट भर पाते...। बाकि की कहानी फिल्म में देखी जा सकती है।

यहाँ देखिए विडियो 

पत्रकारिता विभाग के कांटी प्रखंड के मैसाहां गांव के रहने वाले छात्र प्रियेंश कुमार ने अपने गांव के मित्रों के साथ मिलकर यह शॉर्ट फिल्म तैयार किया है। खुद ही पूरी कहानी लिखी और मोबाइल से ही उसे सूट किया है। अब मजदूर दिवस के दिन उसे प्रसारित किया जाएगा। प्रियेंश ने बताया कि लॉकडाउन के बाद जब घर पहुंचे तो पढ़ाई के साथ-साथ इसपर काम करने का विचार आया। दोस्तों का सहयोग मिला और किसानों के और दीनता को समेटने का प्रयास किया। इसमें अन्य किरदारों में राजस्थान में पढ़ाई कर रहे छात्र रितेश कुमार व कुणाल जबकि, एलएस कॉलेज के बीसीए के सौरभ और गांव के ही सुमन झा ने अहम भूमिका निभाई है। 

दस दिनों में तैयार किया फिल्म : इस शॉर्ट फिल्म खेती-बारी की कहानी से लेकर शुटिंग तक महज दस दिनों में पूरी की गई है। 13:45 मिनट की इस फिल्म शुक्रवार को 11 बजे के बाद यू-ट्युब पर बेजोड़ बिहारी चैनल पर डाला गया। एलएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ.आमप्रकाश राय ने विद्यार्थियों की इस पहल के लिए शुभकामनाएं दी हैं।


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