Coronavirus Effect: कोरोना काल में होटल कारोबार को करोड़ों का नुकसान, Unlock में भी कारोबार पटरी पर नहीं
Coronavirus Effect on Hotel Business मुजफ्फरपुर में तीन हजार से अधिक छोटे-बड़े होटलों व रेस्टोरेंट वाले परेशान। कोरोना के चलते तीन महीने पूरी तरह बंद रहे होटल।
मुजफ्फरपुर [नीरज]। कोरोना ने देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ तोड़कर रख दी है। सबसे बुरा हाल होटल और रेस्टोरेंट कारोबार का है। जिले में रोजाना तकरीबन एक करोड़ का कारोबार करने वाला होटल जगत बर्बादी की राह पर है। लॉकडाउन के दौरान करोड़ों का नुकसान तो हुआ ही, अनलॉक में भी व्यापार पटरी पर नहीं लौटा है। अब आगामी शादी सीजन से कुछ उम्मीदें हैं।
जिले में तीन हजार से अधिक छोटे- बड़े होटल और रेस्टोरेंट हैं। मार्च में लॉकडाउन शुरू होने के बाद से ही व्यापार में संकट का सामना कर रहे। लॉकडाउन के दौरान तीन महीने तक तकरीबन दो सौ करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ था। 10 करोड़ की सामग्री बर्बाद हुई था। कोरोना को लेकर सरकार की गाइडलाइन का पालन कराने के लिए कारोबारियों ने इंटीरियर में भी बदलाव किया। इस पर लगभग पांच करोड़ खर्च करने पड़े। ऊपर से सरकार को पांच माह में साढ़े सात करोड़ का टैक्स देना पड़ा। अनलॉक में भी कारोबार गति नहीं पकड़ सका है।
होटल कारोबारी अजय सिंह, मुकेश कुमार, इश्तेयाक और अशोक कुमार कहते हैं कि नवंबर-दिसंबर में होने वाली शादियों की बुकिंग कुछ हद तक होने लगी है। इससे उम्मीद है। वहीं, परिवहन सेवाओं की शुरुआत से भी आस जगी है।
सरकार टैक्स में दे रियायत
विजय कुमार और गुड्डू कुमार ने बताया कि कारोबार चल नहीं रहा और टैक्स भरने की मजबूरी है। कर्मियों को लगातार भुगतान कर रहे हैं। होटल-रेस्टोरेंट का कारोबार घाटे का सौदा बन गया है। सरकार को टैक्स में रियायत देनी चाहिए। उत्तर बिहार होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष जुनैद खान ने बताया कि होटल संचालकों को कोरोना के चलते नुकसान उठाना पड़ा है। अब कुछ बुकिंग शुरू हुई है। जब तक जनजीवन पूरी तरह से सामान्य नहीं हो जाता, व्यवसाय पटरी पर लौटता नहीं दिख रहा।