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बैंकों में दूसरे दिन भी ताला, 12 सौ करोड़ का लेन-देन प्रभावित

बैंक कर्मियों की हड़ताल ने दूसरे दिन मंगलवार को भी लोगों की मुश्किल बढ़ा दी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Mar 2021 01:46 AM (IST)Updated: Wed, 17 Mar 2021 01:46 AM (IST)
बैंकों में दूसरे दिन भी ताला, 12 सौ करोड़ का लेन-देन प्रभावित
बैंकों में दूसरे दिन भी ताला, 12 सौ करोड़ का लेन-देन प्रभावित

मुजफ्फरपुर : बैंक कर्मियों की हड़ताल ने दूसरे दिन मंगलवार को भी लोगों की मुश्किल बढ़ा दी। बैंकों में ताला लटके होने की वजह से लोग परेशान रहे। एटीएम में भी कैश नहीं मिलने से पीड़ा और बढ़ गई। बैंकर्स ने जगह-जगह धरना-प्रदर्शन कर प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में जमकर नारेबाजी की। शहर से लेकर गांव तक की बैंक शाखाएं बंद रहीं। हड़ताल का असर बाजार में भी रहा। प्रमुख मंडियों में लोग कम नजर आए। हड़ताल ने व्यवसाय को प्रभावित किया। दो दिनों की हड़ताल से करीब 12 सौ करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ। लोगों में उदासी के साथ आक्रोश भी रहा। कोई बैंक से रुपये नहीं निकाल सका तो कोई रुपये जमा करने से वंचित रहा। व्यापार को भी बड़ा झटका लगा।

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निजीकरण से गरीबों की बढ़ेगी परेशानी, पूंजीपतियों को लाभ

भारतीय स्टेट बैंक के मिठनपुरा स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के समक्ष बैंकर्स ने सरकार पर पूंजीपति समर्थक व गरीब विरोधी बताया। भारतीय स्टेट बैंक अधिकारी संघ के अंचल अध्यक्ष असीम कुमार दास ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार जनविरोधी फैसले कर रही है। सरकार यदि अपनी नीति को वापस नहीं लेगी तो बैंकर्स आगे भी हड़ताल को मजबूर होंगे। इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। अंचल सचिव प्रेम कुमार ने कहा कि निजीकरण से सबसे अधिक परेशानी गरीब जनता की बढ़ेगी। उन्होंने आगे लंबे संघर्ष के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। मौके पर मिठनपुरा शाखा के प्रबंधक आशुतोष कुमार, चंदवारा के शाखा प्रबंधक अमरेश कुमार, अमरेश सिंह, आनंद कुमार श्रीवास्तव, दीपक कुमार समेत दर्जनों बैंकर्स मौजूद रहे। डुमरी गोबरसही स्थित केनरा बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय के समक्ष बैंकर्स ने कहा कि नोटबंदी, जनधन खाता खोलने एवं कोरोना काल में एक योद्धा की तरह बैंकर्स ने काम किया। उसके बाद भी सरकार लगातार बैंक व कर्मियों के हितों की अनदेखी कर रही है। मौके पर साजिद रसूल, कमलेश कुमार, प्रियवत नारायण, संजय कुमार, मनीष रंजन आदि मौजूद रहे। उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के प्रधान कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया गया। यूनाइटेड फोरम ऑफ आरआरबी यूनियंस के स्थानीय संयोजक अरुण कुमार सिंह ने कहा कि निजीकरण के प्रस्ताव को वापस नहीं लेने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल होगा। मौके पर प्रदीप कुमार मिश्र, विकास बहादुर, चांद एजाज, मुस्तफा सोज, शंभू शरण सिंह आदि मौजूद रहे। ऑल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन के उप महासचिव डीएन त्रिवेदी ने कहा कि हड़ताल में बैंकर्स ने चट्टानी एकता दिखाई है।


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