मिथिला विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर में नामांकन के लिए चौथी चयन सूची जारी
LNMU Darbhanga विश्वविद्यालय में 30 जून से छह जुलाई तक नामांकन आमंत्रित। जो प्रथम द्वितीय व तृतीय सूची में नाम आने के बाद भी नामांकन से वंचित रहने या किसी भी सूची में चयन नहीं होने पर विभाग के आधार पर खाली सीट के विरुद्ध नामांकन ले सकेंगे।
दरभंगा, जासं। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर सत्र 2021-23 में नामांकन को चौथी चयन सूची जारी कर दी गई है। 30 जून से छह जुलाई तक चयनित छात्र-छात्राओं का नामांकन आवंटित स्नातकोत्तर विभागों में सुनिश्चित किया जाएगा। अध्यक्ष छात्र कल्याण ने विश्वविद्यालय के अधीन विवि स्नातकोत्तर विभागों के विभागाध्यक्ष एवं संबंधित सभी कालेजों के प्राचार्यों को सूचना जारी करते हुए बताया है कि वनस्पति शास्त्र, अंग्रेजी, हिंदी, राजनीति शास्त्र एवं संगीत विषय में जो छात्र-छात्राएं प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय सूची में नाम आने के बाद भी किसी कारण वश नामांकन से वंचित रह गये हैं, या जिनकी किसी भी सूची में चयन नहीं हुआ है। वे अपने दिए गये स्नातकोत्तर विभाग के आधार पर रिक्त सीट के विरुद्ध नामांकन ले सकते हैं।
आवेदन कर रिक्त सीट पर छह जुलाई तक ले नामांकन
प्राचीन भारतीय इतिहास एवं संस्कृति, नाट्य, संस्कृत मैथिली, उर्दू, दर्शशास्त्र, गणित, कला, अर्थशास्त्र, एवं समाजशास्त्र विषयों में आनलाइन आवेदन करने से वंचित छात्र-छात्राएं छह जुलाई तक नामांकन ले सकते हैं। इन नौ विषयों में आनलाइन आवेदन करने से वंचित छात्र-छात्राएं एक जुलाई से चार जुलाई तक आनलाइन आवेदन करने के बाद स्नातकोत्तर विभाग-कालेज में जहां सीट रिक्त है, वहां छह जुलाई तक नामांकन ले सकते हैं। उक्त विषयों में नामांकन को लेकर छात्र-छात्राओं को चयन पत्र की आवश्यकता नहीं है। लेकिन ऐसे छात्र-छात्राओं के लिए भी नामांकन की अहर्ता वही होगी, जो अन्य अभ्यर्थियों पर लागू है। बता दें कि स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर में नामांकन के लिए प्रतिष्ठा विषय में न्यूनतम 45 प्रतिशत, अनुषांगिक, सामान्य पाठ्यक्रम एवं संबद्ध विषय में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक अनिवार्य है।
354 अतिथि शिक्षकों का हुआ सेवा नवीनीकरण
दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेन्द्र प्रताप सिंह के आदेशानुसार गुरुवार को कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद ने कुल 354 अतिथि शिक्षकों की सेवा नवीनीकरण के लि अधिसूचना जारी कर दी है। सभी अतिथि शिक्षक विश्वविद्यालय के विभिन्न स्नातकोत्तर विभागों एवं महाविद्यालयों में एक जुलाई से योगदान कर अगले 31 मई 2023 के बीच अधिकतम कुल 11 माह तक कार्यरत रहेंगे। कुलपति ने सेवा नवीनीकृत शिक्षकों को शुभकामना देते हुए उनसे बेहतरीन शैक्षणिक एवं शोध कार्यों की अपेक्षा की। कुलसचिव ने कहा कि सभी अतिथि शिक्षक अपने- अपने स्नातकोत्तर विभागों एवं महाविद्यालयों के पठन-पाठन के साथ ही परीक्षा व अन्य कार्यों के साथ ही नैक कार्य में भी भरपूर सहयोग करेंगे, ताकि महाविद्यालय में नई कार्य- संस्कृति बन सके। ऐसा करना इन शिक्षकों के भी हित में है, क्योंकि अगले वर्ष पुन: इनके इन्हीं कार्यों के आधार पर सेवा नवीनीकरण हो सकेगा। ये शिक्षक युवा हैं, इनकी शैक्षणिक व अन्य सभी क्षमताओं का लाभ छात्र- छात्राओं व पदस्थापित महाविद्यालयों के साथ ही विश्वविद्यालय को भी मिल सकेगा।