Bihar 1st Bihari 1st Yatra: चिराग पासवान बोले-ये क्या हो रहा नीतीश जी, बिहार में डायल 100 नंबर डेड
चिराग पासवान ने कहा है कि बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव विकास के एजेंडे पर लड़ेंगे तो दो तिहाई बहुमत से एनडीए की सरकार बनेगी। उन्हाेंने नीतीश सरकार को कुछ नसीहतें भी दीं।
सीतामढ़ी, जेएनएन। लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद चिराग पासवान ने कहा है कि बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव विकास के एजेंडे पर लड़ेंगे तो दो तिहाई बहुमत से एनडीए की सरकार बनेगी। दिल्ली में हालिया चुनाव के नतीजे पर चिराग ने कहा कि लोजपा समाज को बांटने व अराजकता फैलाने वाले बयान पर विश्वास नहीं करती है। विरोधाभासी बयानबाजी को लेकर ही भाजपा को वहां हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि बिहार में जात-पात पर नहीं, विकास के एजेंडे पर एनडीए चुनाव लड़ेगा। इस दौरान चिराग ने बिहार सरकार को भी कई नसीहतें दी। उन्होंने कहा कि चिराग ने डायल 100 नंबर का जिक्र करते हुए कहा कि यह बिहार में कहीं काम नहीं कर रहा है। अगर सौ नंबर काम करने लगे तो अपराध पर नियंत्रण होगा।
सीतामढ़ी शहर के राजोपट्टी स्थित सर्किट हाउस में मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने बेशक बिहार को जंगलराज से निकाला है, मगर हाल के दिनों में अपराध में वृद्धि हुई है, इस पर भी अंकुश लगाने के लिए उन्हें कड़े कदम उठाने चाहिए। महिला उत्पीड़न के लिए बिहार में महिला फास्र्ट ट्रैक् कोर्ट की उन्होंने पुरजोर वकालत की और मुख्यमंत्री को इस ओर ध्यान देने की मांग की।
दूसरी ओर, विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल व धरना-प्रदर्शन पर उतारु नियोजित शिक्षकों की मांगों का उन्होंने खुलकर समर्थन किया। नीतीश सरकार से यह भी पूछा कि एक ही तरह के काम के दो मापदंड क्यों? साथ ही कहा कि लोजपा नियोजित शिक्षकों की मांगों को अपने चुनावी घोषण पत्र में शामिल करेगी। 2020 में एनडीए की सरकार बनने पर इसको लागू भी करेगी। साल के आखिरी में सूबे के अंदर चुनावी यात्राओं का दौर शुरू होने से पहले सभी जिलों का दौरा कर लोगों के नब्ज टटोल रहे हैं। उन्होंने अपनी इस यात्रा का नाम 'बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट' रखा है। चिराग ने कहा कि 14 अप्रैल को गांधी मैदान में बड़ी रैली के साथ इस यात्रा का समापन होगा। इस रैली का मकसद बिहार को देश का नंबर वन राज्य बनाना है।
चिराग ने आगे कहा कि मुंबई में रहा हूं, दिल्ली में काम किया हूं। मगर बिहार जैसी प्रतिभा कहीं देखने को नहीं मिलती। यहां के लोग सामथ्र्यवान हैं। सबसे अधिक बिहार के लोग आइएएस व आइपीएस बनते हैं। चिंता का विषय है कि सामथ्र्यवान और सक्षम परिवार के लोग भी दूसरे प्रदेश और देश में पलायन कर रहे हैं। पलायन की समस्या पर अंकुश लगाना होगा, चाहेगा वो शिक्षा, रोजगार और व्यवसायी के लिए क्यों न हो। मौके पर सांसद वीणा देवी, पूर्व विधान पार्षद विनोद सिंह, प्रदेश प्रवक्ता सह अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अशरफ अंसारी, उनके राजनीतिक सलाहकार सौरव पाण्डेय, रुन्नीसैदपुर से पिंटू चौधरी भी मौजूद थे।