बिहार के नेपाल और यूपी सीमा पर शराब तस्कर सक्रिय, पश्चिम चंपारण में चेक पोस्ट संसाधन का अभाव
West Champaran संसाधनों के अभाव में फलफूल रहा शराब का धंधा बांस बल्ला लगाकर की जाती खानापूरी किसी भी पुलिस चेक पोस्ट पर नहीं लगा जांच का आधुनिक यंत्र आए दिन शराब की बरामदगी बता रही लंबे समय से चल रही तस्करी।
पश्चिम चंपारण (बगहा), जासं। शराब बंदी कानून तो लागू कर दिया गया। लेकिन बिहार यूपी की सीमा व नेपाल की सीमा बने पुलिस चेक पोस्ट पर तैनात जवानों को किसी प्रकार की सुविधा नहीं दी गई है। यही कारण है कि पुलिस की तमाम चौकसी के बाद भी शराब के धंधे पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। जब शराब बंदी कानून बना था तो उस समय सभी जिलाधिकारी को आदेश दिया गया था कि यूपी व नेपाल की सीमा पर पुलिस चेक पोस्ट का निर्माण कराया जाय। तत्काल संबंधित विभाग के द्वारा पुलिस जिले के वाल्मीकिनगर, पिपरासी, नौरंगिया, धनहा, भितहां व ठकराहा थाना क्षेत्र में उत्पाद विभाग के द्वारा पुलिस चेक पोस्ट बना दिया गया। लेकिन, वहां तैनात जवानों या पुलिस पदाधिकारियों के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई। यही कारण है कि यूपी से आने वाले वाहनों की जांच संसाधन के अभाव में सही तरीके से नहीं हो पाती है।
यूपी से बड़ी संख्या में वाहनों का प्रवेश बिहार के इलाकों में रहा है। सभी ट्रकों पर गिट़टी, किराना सहित सहित दैनिक उपयोग की वस्तुएं लाई जा रही हैं। संसाधन के अभाव में पुलिस चेक पोस्ट पर तैनात जवान सभी वाहनों की गहनता से जांच नहीं कर पाते हैं। जांच करने के लिए पुलिस चेक पोस्ट पर जांच के लिए आधुनिक उपकरण भी नहीं हैं। ऐसे में शराब की तस्करी कैसे रुकेगी। दूसरी समस्या यह है कि वाहन को बिना खाली कराए पूरी तरह से जांच भी संभव नहीं है। वहीं किसी भी चेक पोस्ट के पास जगह भी नहीं है कि वाहनों से उतारी गई सामग्री को सुरक्षित रखा जा सके। यही कारण है कि वहां पर तैनात जवानों के द्वारा जैसे -तैसे वाहनों को जांच कर छोड़ दिया जाता है। जब भी शराब की खेप पकड़ी जाती है तो वाहन पर दूसरी सामग्री लदी रहती और उसके अंदर शराब की कार्टन या बोतल रखा जाता है। वैसे उत्पाद विभाग के चेक पोस्ट पर तैनात जवानों के द्वारा अवैध उगाही की भी बात समय-समय पर उजागर होती रहती है।
-- यूपी व बिहार के सीमा पर बने पुलिस चेक पोस्ट पर तैनात जवानों को सख्ती से जांच का आदेश दिया गया है। जिसका परिणाम है कि आए दिन शराब की खेप बरामद हो रही है। संसाधन के लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखा गया है। - कैलाश प्रसाद, एसडीपीओ, बगहा
बांसी बार्डर पर स्केनर मशीन लगाने के लिए थानाध्यक्ष ने भेजा पत्र
बगहा। शराब बंदी के बाद भी यूपी के रास्ते शराब की खेप बिहार में प्रवेश हो रही है। उक्त शराब किस रास्ते से आ रही है यह किसी के सटीक जानकारी जानकारी नहीं है। लेकिन इतना तो तय है कि जो भी शराब की खेप बिहार में आ रही है। वह यूपी के रास्ते ही आ रही है। पुलिस जिले में यूपी से प्रवेश करने के लिए दो रास्ते है एक बगहा-छितौनी सड़क मार्ग व दूसरा रतवल-धनहा पुल मार्ग इस मार्ग से यूपी जाने या आने में कम समय लगता है। समय व कम दूरी तय करने के लिए वाहन चालक रतवल-धनहा मुख्य मार्ग को ही चुन रहे है। धनहा बांसी पुल पर बने पुलिस चेक पोस्ट पर एक-एक कर जांच करने में पुलिस को भारी परेशानी होती है। जांच के दौरान दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। जिससे निजात पाने के लिए धनहा थानाध्यक्ष मुन्ना कुमार ने बांसी पुल पर स्केनर मशीन लगाने के लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखा है। जिसमें बताया गया है कि अगर बार्डर पर स्केनर मशीन लग जाती है तो सभी वाहनों की जांच गहनता से हो जाएगी और किसी भी वाहन से शराब की खेप भी इस रास्ते से नहीं जा सकेगा।