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उत्तर बिहार में अगले कुछ दिनों तक होगी हल्की बारिश Samastipur News

मधुबनी और चंपारण में थोड़ी अधिक बारिश होने के आसार। मौसम विभाग ने 15 सितंबर तक के लिए जारी किया पूर्वानुमान।

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 12 Sep 2019 07:36 AM (IST)Updated: Thu, 12 Sep 2019 07:36 AM (IST)
उत्तर बिहार में अगले कुछ दिनों तक होगी हल्की बारिश Samastipur News
उत्तर बिहार में अगले कुछ दिनों तक होगी हल्की बारिश Samastipur News

समस्तीपुर, जेएनएन। उत्तर बिहार में अगले कुछ दिनों तक हल्के से मध्यम गरज वाले बादल बन सकते हैं। इस अवधि में मैदानी जिलों के कुछ स्थानों तथा तराई जिलों के कई स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावना है। मधुबनी और चंपारण जिलों में थोड़ी अधिक वर्षा हो सकती है। यह कहना है मौसम विभाग का।

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डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम विभाग द्वारा बुधवार को मौसम पूर्वानुमान किया गया है। बताया गया कि अगले 15 सितंबर तक उत्तर बिहार के जिलों में हल्के से मध्यम गरज वाले बादल बन सकते हैं। इस कारण मैदानी एवं तराई इलाके में हल्की वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। जबकि, न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। औसतन 12 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पुरवा हवा चलने की संभावना है। सापेक्ष आद्र्रता सुबह में 85 से 90 प्रतिशत तथा दोपहर में 55 से 60 प्रतिशत रहने की संभावना है।

बारिश को देखते हुए सिंचाई कार्य स्थगित रखें

किसानों के लिए जारी समसामयिक सुझाव में मौसम विभाग ने कहा है कि वर्षा की संभावना को देखते हुए फिलहाल सिंचाई स्थगित रखें। फसलों में कीटनाशी दवाओं का छिड़काव सावधानी पूर्वक करें। धान, मक्का, खरीफ प्याज, चारा एवं अन्य फसलों में आवश्यकतानुसार नेत्रजन उर्वरक का व्यवहार करें।

धनबाल निकलने की अवस्था में जो मक्का की फसल आ गई है, उसमें 30 किलो नेत्रजन प्रति हेक्टेयर की दर से उपरिवेशन करें। अगात बोई गई धान की फसल में 30 किलोग्राम नेत्रजन प्रति हेक्टेयर की दर से उपरिवेशन करें। पिछात धान की फसल में तना छेदक (स्टेम बोरर) एवं पत्ती लपेटक (लीफ फोल्डर) कीट की निगरानी जरूरी है। पत्ती लपेटक कीट के पिल्लू धान की पत्तियों के दोनों किनारों को रेशमी धागे से जोड़कर उसके अंदर रहते है। वे पत्तियों की हरीतिमा को खाते हैं। बचाव के लिए करताप हाईड्रोक्लोराइड दानेदार दवा का 10 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से व्यवहार करें। 


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