निवर्तमान एसएसपी मनोज कुमार व अन्य के खिलाफ कोर्ट में परिवाद, जानिए कारण... Muzaffarpur News
उन्मादी भीड़ की हिंसा मामले को लेकर अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने दाखिल किया परिवाद।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सुपौल के लिए स्थानांतरित हुए मुजफ्फरपुर के निवर्तमान एसएसपी मनोज कुमार व अन्य के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में परिवाद दाखिल किया गया है। यह परिवाद अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने दाखिल किया है। इसमें सदर थाना के दारोगा हरेराम पासवान को भी आरोपित किया गया है। इसमें उन्मादी भीड़ की ङ्क्षहसा को लेकर अभिनेत्री अपर्णा सेन व 49 अन्य बुद्धिजीवियों की ओर से पीएम को पत्र लिखने के मामले में पुलिस जांच में केस डायरी में तथ्य अंकित नहीं करने का आरोप लगाया गया है। कोर्ट ने परिवाद को सुनवाई पर रखा है।
परिवाद में यह लगाया आरोप
परिवाद में अधिवक्ता ओझा ने कहा है कि उन्मादी भीड़ की ङ्क्षहसा को लेकर पीएम को पत्र लिखने के मामले में 27 जुलाई को उन्होंने सीजेएम कोर्ट में परिवाद दाखिल किया था। इस परिवाद की सुनवाई के बाद सीजेएम ने सदर थानाध्यक्ष को केस दर्ज कर मामले की जांच के आदेश दिए थे। कोर्ट के आदेश के बाद सदर थाना में केस दर्ज की गई व इसकी जांच दारोगा हरेराम पासवान को सौंपी गई। जांचकर्ता व तत्कालीन एसएसपी के समक्ष गवाह व साक्ष्यों को पेश किया। गवाहों के बयान को उन्होंने निजी डायरी में अंकित किया लेकिन केस डायरी व पर्यवेक्षण प्रतिवेदन में शामिल नहीं किया।